अंतरिक्ष से पृथ्वी की ओर आ रही है ,एक और आफत । धरती के समीप से कल गुजरेगा एस्टेरॉइड ।

   



विश्व पटल पर जिस तरह कोरोनावायरस संक्रमण मानव जाति के लिए तबाही मचा कर सामने आया है, उसी क्रम में अंतरिक्ष में होने वाली घटनाओं को लेकर विश्व के लोग एक बार फिर से शंका में उलझे हुए हैं । शंका ऐसी है जिसे रोक पाना असंभव है , एक एस्ट्रोराइड पृथ्वी के बेहद करीब से कल किसी भी समय गुजर सकता है । इस एस्ट्रोराइड की चाल बेहद तेज है , और इससे होने वाले खतरे को टाला नहीं जा सकता , परंतु वैज्ञानिक बताते हैं कि इस की पृथ्वी से दूरी जितनी अधिक होगी उतना ही खतरा कम होगा ।


18 घंटे के अंदर पृथ्वी के समीप से गुजरेगा ।


बस कुछ घंटे बाकी है, जब धरती के बगल से एक आफत गुजरेगी. वैसे तो ये आफत धरती से लाखों किलोमीटर दूर से निकल रही है. लेकिन अंतरिक्ष में ये दूरी बहुत ज्यादा नहीं मानी जाती. वह भी तब जब सामने से आ रही आफत की स्पीड किसी रॉकेट से तीन गुनी ज्यादा हो. इस गति से अगर यह धरती या किसी भी ग्रह से टकराया तो बड़ी बर्बादी ला सकता है.


कोरोना से जूझ रही दुनिया के सामने ये नई मुसीबत अंतरिक्ष से आ रही है. इसे लेकर दुनिया भर के वैज्ञानिक परेशान हैं. अगर दिशा में जरा सा भी परिवर्तन हुआ तो खतरा भयानक होगा,


नासा ने किया था 45 दिन पहले खुलासा ।


अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने करीब डेढ़ महीने पहले खुलासा किया था कि धरती की तरफ एक बहुत बड़ा एस्टेरॉयड तेजी से आ रहा है. बताया जाता है कि यह एस्टेरॉयड धरती के सबसे ऊंचे पहाड़ माउंट एवरेस्ट से भी कई गुना बड़ा है. इतनी गति से यह अगर धरती के किसी हिस्से में टकराएगा तो बड़ी सुनामी ला सकता है. या फिर कई देश बर्बाद कर सकता है,


65 लाख किलोमीटर दूर से गुजरेगा ।


हालांकि, नासा का कहना है कि इस एस्टेरॉयड से घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह धरती से करीब 63 लाख किलोमीटर दूर से गुजरेगा. अंतरिक्ष विज्ञान में यह दूरी बहुत ज्यादा नहीं मानी जाती लेकिन कम भी नहीं है. ये है एस्टोरॉयड की 21 अप्रैल को ली गई ।