छात्रों की वापसी के बाद , अब मजदूरों को वापस लाएगी सरकार ।

                      


                            देश के अलग-अलग राज्यों में 30,000 से अधिक मजदूर । 


                            मुख्यमंत्री शिवराज ने 5 राज्यों के मुख्यमंत्रियों से की चर्चा ।


                            उत्तर प्रदेश सरकार ने भी मजदूरों को वापस लाने की घोषणा की ।


  भोपाल से अरविंद तोमर की रिपोर्ट ।


 भोपाल । प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विगत 7 दिनों के अंतराल में जिस तेजी के साथ कोटा में फंसे हुए छात्रों को मध्य प्रदेश लाने की शुरुआत की एवं मध्य प्रदेश लगभग सभी छात्र आ चुके हैं , उसी क्रम में अब प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शीघ्र अतिशीघ्र संपूर्ण भारतवर्ष के विभिन्न राज्यों में फंसे हुए मध्यप्रदेश के मजदूरों को भी वापस लाने के लिए बनाई गई योजना पर क्रियान्वयन शुरू करने जा रहे हैं । 


उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रेरणा स्वरुप मध्य प्रदेश सरकार


उत्तर प्रदेश सरकार ने भी कल देर शाम को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा करते हुए कहा था कि भारतवर्ष में जहां भी उत्तर प्रदेश के मजदूर फंसे हुए हैं उनको लाने की जिम्मेदारी हमारी है संबंधित विषय में विस्तृत योजना पर अमल करने का कार्यक्रम शीघ्र अति शीघ्र प्रारंभ किए जाएगा । ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा ही सर्वप्रथम अपने कोटा में फंसे हुए उत्तर प्रदेश के छात्रों को उत्तर प्रदेश वापसी की व्यवस्था प्रारंभ की गई थी, जिसके प्रेरणा स्वरुप मध्य प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी तीन दिवस पश्चात ही कोटा से अपने छात्रों को बुलाने का कार्यक्रम बना लिया था । इसी क्रम में आज प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि आने वाले 2 या 3 दिनों के अंदर मध्यप्रदेश के फंसे हुए मजदूरों को भी हम शीघ्र अतिशीघ्र अपने प्रदेश में सुरक्षित तरीके से वापस लाने की व्यवस्था कर रहे हैं ।


विभिन्न राज्यों की सरकारें देंगी इजाजत ।


मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि लॉकडाउन के कारण अन्य राज्यों में फंसे मध्यप्रदेश के मजदूरों को सरकार मध्यप्रदेश वापस लाएगी। इसके लिए आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। अन्य राज्यों से मजदूर प्रदेश वापस लाने के लिए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उत्तरप्रदेश, राजस्थान, गुजरात एवं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रियों से चर्चा की है। उन्होंने अपने राज्य की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। अन्य प्रदेशों में फंसे व्यक्तियों को लाने के लिए उनके परिवारजनों को मध्यप्रदेश से जाने की अनुमति दी जाएगी। इसी के साथ मध्यप्रदेश में अन्य राज्यों के फंसे हुए मजदूरों को भी उनके प्रदेशों में जाने की अनुमति प्रदान की जाएगी। इसके लिए वे स्वयं के साधनों अथवा उनकी राज्य सरकारों द्वारा उपलब्ध कराए गए साधनों का प्रयोग कर सकेंगे। मध्यप्रदेश में ही एक जिले के दूसरे जिले में फंसे मजदूर भी अपने जिलों को लौट सकेंगे। इस संबंध में‍ अधिकारियों को निर्देश जारी किए जा रहे हैं। 


सोशल डिस्टेंसिंग का किया जाएगा पालन ।


मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि यह कार्य पूरी सावधानी से सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन करते हुए किया जाएगा। राज्य तथा जिलों की सीमाओं पर स्क्रीनिंग एवं स्वास्थ्य परीक्षण की अच्छी व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी संक्रमित क्षेत्रों तथा इंदौर जिले से किसी भी मजदूर को आने-जाने की अनुमति नहीं होगी। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस संबंध में सभी व्यवस्थाएं करें जिससे कि मजदूरों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने में किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।