भोपाल. बिना कैबिनेट वाली सरकार के लिए मंत्रिमंडल का गठन एक तरफ जहां राजनीतिक गतिरोध का हिस्सा बना हुआ है, वहीं दूसरी ओर आज शाम को होने वाले मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण को पंचकों ने घेर लिया है । सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार आज से ही पंचक प्रारंभ हुए हैं, पंचकों के चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नहीं चाहते कि इस दौरान अर्थात आज शाम को शपथ ग्रहण कराया जाए, इस स्थिति में सर्वसम्मति से संगठन एवं राष्ट्रीय संघ सेवक संघ के अनुषांगिक संगठनों के साथ हुई बैठक के पश्चात यह निर्णय लिया गया है कि अब प्रारंभिक पंचकों में शपथ ग्रहण ना कराते हुए मध्यम पंचकों में शपथ ग्रहण का कार्यक्रम किया जाए ।मध्यम पंचकों का समय 21 अप्रैल तय किया गया है, संभव का शपथ ग्रहण समारोह 21 अप्रैल को शाम को 5:00 बजे रखा गया है।
राजनीतिक गतिरोध भी जारी ।
मंत्रिमंडल गठन को लेकर मिनी कैबिनेट को शपथ ग्रहण दिलाने के मामले में अभी भी राजनीतिक गतिरोध जारी है , एक तरफ जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को शपथ ग्रहण हेतु मिनी मंत्रिमंडल को केंद्रीय नेतृत्व ने सहमति दे दी है वहीं दूसरी ओर ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं उनके समर्थकों द्वारा लगातार यह दबाव बनाया जा रहा है कि उनके समर्थक सभी पूर्व मंत्रियों को इसी शपथ ग्रहण में मंत्री बनाया जाए , इस गतिरोध के चलते भी चिंतन मनन का दौर जारी है , वहीं दूसरी और आज दमोह मध्य प्रदेश की बहुजन समाज पार्टी की विधायक रमाबाई ने भी भारतीय जनता पार्टी को समर्थन देने की बात करते हुए स्पष्ट कहा कि मुझे भी पार्टी के नेताओं ने मंत्री बनाने का आश्वासन दिया है , अतः मंत्रिमंडल गठन में मुझे भी शामिल किए जाएं ।
मुख्यमंत्री की शपथ भी, सही मुहूर्त में नहीं ।
कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भले ही जल्दबाजी में शपथ ले ली हो परंतु ज्योतिष शास्त्र एवं कुंडली से जुड़े हुए जानकार बताते हैं कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का शपथ ग्रहण भी सही समय पर मांगलिक दशा की स्थिति में नहीं हुआ है , परंतु जन सेवा एवं जनहित से जुड़े हुए इस भयावह काल में जब कार्यकारी मुख्यमंत्री द्वारा संपूर्ण प्रशासनिक कार्य संपन्न नहीं किए जा सकते इस स्थिति में उनके द्वारा लिया गया निर्णय मानवीय रूप से बेहद आवश्यक था, परंतु यह अपने आप में सच है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी सही मुहूर्त में शपथ ग्रहण नहीं की, इस बात को लेकर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश के नेता भी स्वीकार करते हैं .