क्षमा सहित- हम मीडिया में फोटो प्रसारण की मर्यादा तोड़ रहे हैं
मंदिरों के पुजारियों को नग्न कर बरसाईं बेतरतीब लाठियां
नवदुर्गा में माता मंदिर की जलती हुई ज्योति पर लात मारी
ग्वालियर चंबल से अरविंद सिंह तोमर -
शिवपुरी से राधेश्याम सोनी
भोपाल कार्यालय से सनसनीखेज रिपोर्ट
मध्य प्रदेश में सरकार किसी भी दल की क्यों ना हो, परंतु अफसरों का भ्रष्टाचार अत्याचार एवं फिरंगीपना हरकतें हमेशा से चर्चाओं में रही हैं। लगभग 2 माह पूर्व जब राजगढ़ की कलेक्टर कलेक्टर एवं डिप्टी कलेक्टर ने भाजपा के वरिष्ठ एवं पूर्व विधायकों पर लाठियां भांजी थी, तब मामला जिस तरह से सुर्खियों में आया था और भाजपा ने विरोध किया था उसी क्रम में उससे भी बड़ा सनसनीखेज एवं अमानवीय मामला शिवपुरी जिले की पोहरी तहसील में सामने आया है।
72 घंटों के अंतराल में लॉक डाउन के अंतर्गत पोहरी तहसील की एसडीएम महोदय पल्लवी वैद्य के इस फिरंगी चेहरे ने मानवता को शर्मसार कर दिया। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री बनने के साथ ही राजगढ़ की तत्कालीन कलेक्टर एवं डिप्टी कलेक्टर को तुरंत प्रभाव से हटा दिया था अब देखना यह है कि इस ऐतिहासिक अमानवीय घटनाक्रम की दोषी एसडीएम को तुरंत प्रभाव से हटाया जाता है अथवा उसे सेवा से ही बर्खास्त कर दिया जाता है। 25 मार्च से लेकर 28 मार्च के बीच पोहरी तहसील की एसडीएम महोदय पल्लवी वैद्य ने अपनी राक्षसी प्रवृत्ति का ऐसा नंगा नाच दिखाया कि मानवता भी शर्मसार हो गई। 72 घंटे के अंतराल में इस अवसर में चुन-चुन कर हिंदू मंदिरों पर पहुंचकर ना केवल नवरात्रि में प्रज्जवलित अखंड ज्योतियों को लाते ही मारी वरन साथ-साथ वहां उपस्थित पुजारियों को इस अमानवीयता के साथ मारा कि मानवता भी शर्मसार हो गई। जिला एवं तहसील के रहवासी बताते हैं कि जिस बेदर्दी के साथ पुजारियों को मारा गया एवं हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया गया उसको देखते हुए ऐसा लगता है मानो मुगलिया शासन एवं सल्तनत जारी हो।
हिंदू धर्म और पुजारियों से नफरत की पराकाष्ठा
इस फिरंगी अफसर ने जिस तरह 72 घंटे के अंतराल में चुन चुन कर हिंदू आस्था एवं धर्म को निशाना बनाया एवं मंदिरों को चुन चुन कर अमर्यादित करते हुए लाते मारी, उसके चलते इस अफसर का पागलपन एवं राक्षस पन का अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं होता है। जिस बाबरपन के वहशी अंदाज में यह कार्रवाई की गई वह मानवीय धर्म को भी शर्मसार करने वाली ऐतिहासिक घटना कही जा सकती है। मंदिरों का अपमान करने के साथ-साथ वहां उपस्थित मंदिरों की सेवा करने वाले पुजारियों को इस अफसर ने बेहद राक्षसी प्रवृत्ति का शिकार बनाया। मंदिरों में उपस्थित जिन पुजारियों को बेदर्दी के साथ मारा-पीटा एवं उन पर लाठियां भांजी गई, उन से घृणित कृत्य की तस्वीर संभवत: कभी भी किसी मामले में सामने नहीं आई होगी, दर्दनाक एवं विभक्त नजारा लिए सामने आई अत्याचार की यह तस्वीरें स्वत: ही अपनी कहानी बयां करती हैं। 72 घंटे के अंतराल में पोहरी तहसील के मंदिरों को जिस तरह इस फिरंगी अफसर ने निशाना बनाया उनको बिंदुवार चार घटनाओं के साथ प्रस्तुत किए जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस अफसर ने 72 घंटे के अंतराल में लगभग एक दर्जन मंदिरों को निशाना बनाया। वल्लभ भवन समाचार पत्र को मात्र तीन मंदिरों के पुजारियों की जानकारी वीडियो के साथ प्राप्त हुई है जो तथ्यों के साथ प्रस्तुत कर रहे हैं।
घटना क्रमांक - 1
पोहरी नगर सीमा के समीप स्थित प्राचीन धमोरा मंदिर पर निवासरत महंत पुजारी बाल गिरी महाराज 26 मार्च को सुबह सुबह जब अकेले मंदिर पर श्रृंगार एवं सफाई के लिए पहुंचे तो पीछे से एसडीएम पल्लवी वैद्य ने अपने गार्डों के साथ इस मंदिर पर हमला कर दिया। हमले के साथ ही मंदिर के पुजारी की मारपीट प्रारंभ कर दी गई, जबकि उस समय सुबह-सुबह मंदिर पर एक भी दर्शनार्थी मौजूद नहीं था। एसडीएम के साथ आए गार्ड लाठियों के साथ मंदिर के पुजारी पर टूट पड़े और उसे लहूलुहान कर दिया। घायल अवस्था में छोड़कर एसडीएम महोदय मंदिर से चली गई। तत्पश्चात इस घटना की जानकारी जब नगर के लोगों को लगी तो मंदिर के पुजारी को लेकर संबंधित थाना क्षेत्र में पहुंचे और वहां पर लिखित रूप में इस मामले की शिकायत दर्ज कराई जहां पर पुलिस ने पास जारी करते हुए जिला चिकित्सालय शिवपुरी में इलाज हेतु मंदिर के महंत को रवाना कर दिया। इस मामले की जानकारी देर रात को जैसे ही सोशल मीडिया पर जारी हुई वैसे ही संबंधित विषय पर बात करने के लिए कोई भी अधिकारी जिले का तैयार नहीं हुआ। मामले की दोषी एसडीएम पोहरी से जब इस मामले में चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि मेरी जानकारी में ही यह विषय नहीं है।
घटना क्रमांक - 2
25 मार्च को ही शहर पोहरी के मध्य स्थित खीरी वाली शीतला माता मंदिर में पुजारी मनोज त्रिवेदी के साथ भी इसी तरह की मारपीट सुबह-सुबह सामने आई है। मंदिर के पुजारी पुजारी मनोज त्रिवेदी ने वीडियो जारी करते हुए अपने मारपीट के निशानों को दिखाया और बताया कि जब वह मंदिर में अकेला था तो सुबह सुबह एसडीएम महोदय आपने गार्डों के साथ आई और मारा पीटी प्रारंभ कर दी। इस मारा पीटी की जानकारी संबंधित थाना क्षेत्र के विषय में नहीं देने के मामले में उन्होंने बताया की कोरोनावायरस के चलते धारा 144 के पालन में घटना की सूचना देने थाने के अंदर नहीं जा पाया वैसे भी एसडीएम महोदय के खिलाफ किसकी हिम्मत है।
घटना क्रमांक - 3
25 मार्च को ही एसडीएम ने पोहरी नगर एवं आसपास के लगभग एक दर्जन मंदिरों के पुजारियों के साथ मारपीट करते हुए केला माता मंदिर पर भी पहुंचकर अपने दल बल के साथ हमला बोल दिया। इस मंदिर के पुजारी गोपाल गिरी के अनुसार एसडीएम मैडम ने मंदिर पर आते ही सबसे पहले माता के मंदिर में जलती हुई ज्योति को लात मारी और मंदिर के दरवाजे बंद कर दिए और ताला लगाकर मेरे साथ जबरदस्त मारपीट की और लाठियां भाजी। जब वहां लोग बाग एकत्रित होने लगे तो वह अपना मोबाइल भी छोड़ कर वहां से भाग गई जिसे लेने 1 घंटे बाद आई और मैंने ससम्मान उसे वापस किया। पुजारी के अनुसार 25 मार्च से आज दिनांक तक मंदिर बंद है और चाबी एसडीएम महोदय के पास है जिसके कारण मंदिर की पूजन एवं श्रंगार भी नहीं हो पा रहा है।
मारपीट की आदतन हो चुकी है एसडीएम महोदय
जानकारी के अनुसार लगभग 15 दिवस पूर्व भी अतिक्रमण हटाने के नाम पर सीताराम नाम के एक गरीब सब्जी का ठेला लगाने वाले व्यक्ति के साथ भी एसडीएम एवं उनके गार्डों ने उसके साथ इस कदर मारापीटी की कि उसे अस्पताल में इलाज कराने जाना पड़ा। जिसके संबंध में उसने मामले की जानकारी जिला प्रशासन को आवेदन के साथ की थी। इसके पहले भी अतिक्रमण हटाने के नाम पर लगभग 2 माह पूर्व पोहरी तहसील के कई लोगों के साथ एसडीएम के गार्डों ने मारा पीटी की थी जिसकी जानकारी जिला प्रशासन को थी। ज्ञात हो कि एसडीएम के साथ रहने वाले एक भ्रष्ट अधिकारी तहसीलदार को संभाग आयुक्त द्वारा कलेक्टर की रिपोर्ट पर लगभग 2 माह पूर्व ही निलंबित किया जा चुका है।
हिंदू संगठन सहित भाजपा प्रवक्ता ने किया जबरदस्त विरोध: एसडीएम को बताया राक्षस
देर रात्रि तक इस मामले का विरोध एवं घटना से जुड़े हुए फोटो सोशल मीडिया पर कुछ इस तरह वायरल होते रहे कि सुबह होते ही 27 एवं 28 मार्च को शिवपुरी जिले में तैनात हिंदू संगठनों ने अपना मोर्चा मजबूत कर दिया। इस बीच सोशल मीडिया पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता धैर्य वर्धन शर्मा सहित भाजपा के वरिष्ठ नेता सुरेंद्र शर्मा ने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट जारी की जिसे प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित प्रदेश अध्यक्ष एवं अन्य भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को भी टेक किया गया। अपनी पोस्ट में भाजपा प्रवक्ता ने लिखा कि आप बेलगाम बदतमीज एवं निष्ठुर हैं। गरीब आदमी का कोई सम्मान नहीं होता क्या ऊपर वाले की अदालत से डरें जिस दिन तीसरी अदालत में खड़ी होंगी सारी अफसरी निकल जाएगी लक्ष्मणरेखा लांग रही हंै आप ऊपर वाले की लाठी में देर होती है उससे डरिए..
आखरी में भाजपा प्रवक्ता लिखते हैं..
तुलसी हाय करीब कि कबहु निष्फल जाए।
मरे डोर की खाल से लोहा भस्म हो जाए।।
फिलहाल इस मामले में जो जानकारी प्राप्त हुई है उसके अनुसार जिला प्रशासन ने अभी तक इस महिला अफसर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है अब देखना है कि मध्य प्रदेश शासन के मुख्यमंत्री इस खबर के प्रसारण के बाद क्या एक्शन लेते हैं।