भोपाल । राष्ट्र ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की तीसरी तिथि को अक्षय तृतीया पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदू समाज द्वारा मनाया जाता है, आज यह पर्व भगवान परशुराम के जन्मोत्सव के साथ-साथ दोपहर 1:00 बजे तक अक्षय तृतीया की पूजन 1:25 तक मनाने के लिए सर्वोत्तम समय है । इसके बाद चतुर्थी लग जाएगी। आज के दिन का इसलिए बड़ा महत्वपूर्ण संदेश है कि ,सामाजिक रूप से आज से ही रमजान का महीना भी शुरू हो रहा है जो एक महीने चलेगा ।
पूजा उपासना, इबादत ,दान ,संकल्प का महत्व ।
अक्षय तृतीया पर्व पर पवित्र नदियों में स्नान और श्रद्धा अनुसार दान के साथ साथ भगवान विष्णु और लक्ष्मी का पूजन और मौसमी फल का समर्पण के साथ-साथ राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आज का दिन बिना किसी मुहूर्त के शादी विवाह करने का सामूहिक रूप से रहता है , वहीं दूसरी ओर रमजान के पवित्र महीने में भी शुरुआत के दिन इबादत के साथ शुरू होता है पांच वक्त की नमाज पढ़ी जाती है, सऊदी अरब में 23 अप्रैल को चांद देखने पर वहां 23 अप्रैल से ही रमजान का महीना शुरू हो गया है , भारत में आज से यह महीना प्रारंभ हो रहा है . पूजा उपासना इबादत दान संकल्प के इस महीने में हमें लॉक डाउन एवं सोशल डिस्टेंसिंग के अलावा कोई भी संकल्प समाज को बचाने के लिए नहीं लेना चाहिए यही सबसे बड़ा संकल्प है ।
घर में ही इबादत और घर में ही पूजन ।
मानव जाति के ऊपर सबसे बड़े संकट के रूप में एक सदी वाद कहर बनकर सामने खड़े कोरोनावायरस संक्रमण के लिए एक ही उपासना है और एक ही इबादत , कि अपने-अपने धर्म के अनुसार घर पर ही नमाज पढ़ी जाए और घर पर ही पूजन की जाए । इस बदले हुए परिदृश्य में आज संपूर्ण भारतवर्ष में एक तरफ जहां रमजान के दौरान मुस्लिम बंधु मानव धर्म का पालन कर रहे हैं वहीं हिंदू धर्म भी यही सिखाता है कि मानव धर्म सबसे बड़ा है । इसलिए आज के दिन संकल्प लेना चाहिए कि घर में ही रह कर पूजन करें और घर में ही रहते हुए इबादत हो ।