भागता ,दौड़ता भोपाल । आज से रेंगने लगेगा । मंत्रालय , विंध्यांचल एवं सतपुड़ा खुलने लगे ।

 


भोपाल ।   संपूर्ण विश्व पर आई एक ऐसी आपदा जिसने दौड़ते , भागते और जागते हुए शहरों को रोक दिया, सुला दिया । अजीब सा सन्नाटा फैलाए ,मौत के आगोश में शहर के शहर अब जागने लगे हैं । कुछ सांसो की छूट मिली है, भागने कि नहीं । अब भोपाल को रेंगने की इजाजत दी गई है , प्रशासनिक काम चलना जरूरी है , मुख्यमंत्री ने कल दोपहर को ऐलान कर दिया ,  घबराते हुए तीसरी बार का ऐलान है । आज से शहर के मंत्रालय एवं अन्य शासकीय कार्यक्रम प्रारंभ हो जाएंगे । कुछ तो राहत मिलेगी और कुछ सांसे भी शरीर में वापस आ जाएंगी अर्थात माहौल बनेगा ।


38 दिन बाद मंत्रालय , विंध्यांचल एवं सतपुड़ा खुलने लगे


 सभी विभागाध्यक्ष कार्यालयों में भी कामकाज शुरू हो जाएगा। हालांकि कार्यालयों में रोस्टर के हिसाब से सिर्फ 30 फीसदी अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहेंगे। बाकी कर्मचारी पहले की तरह घर से ही काम करेंगे। उल्लेखनीय है कि 23 मार्च से प्रदेश में सभी सरकारी कर्मचारी घर से ही काम कर रहे हैं। सिर्फ जरूरी सेवाओं से जुड़े अधिकारी व कर्मचारी ही दफ्तर पहुंच रहे हैं। सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव केके सिंह ने मंत्रालय व विभागाध्यक्ष कार्यालयों में काम शुरू करने के निर्देश जारी किए हैं। 


केंद्र की गाइडलाइन का पालन । 


मंत्रालय में उपसचिव, जबकि विभागाध्यक्ष कार्यालयों में अपर संचालक स्तर से ऊपर के सभी अधिकारी मौजूद रहेंगे। अन्य अधिकारी-कर्मचारियों में से 30 प्रतिशत की ड्यूटी प्रतिदिन रोस्टर के अनुसार तय होगी। कंटेनमेंट क्षेत्र के किसी कर्मचारी को नहीं बुलाया जाएगा। मंत्रालय में वाहन चालकों का प्रवेश भी प्रतिबंधित रहेगा। घर से काम करने वाले कर्मचारी फोन, ई-मेल पर उपलब्ध रहेंगे और बिना अनुमति मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे। सभी कार्यालयों को केंद्र की गाइडलाइन का पालन करने, ऑफिस को नियमित रूप से सैनिटाइज करने और कर्मचारियों के लिए सैनिटाइजर व हैंडवॉश उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए गए हैं।                    



  • निर्देश ,,,,   सोशल डिस्टेंसिंग का पालन।

  • कर्मचारियों को मास्क पहनना होगा।

  • सैनिटाइजर व हैंडवॉश की व्यवस्था।

  • ऑफिस आते-जाते समय सभी थर्मल स्कैनिंग होगी।

  • बाहरी लोगों का आना प्रतिबंधित रहेगा।

  • कार्यालय में गुटखा, तंबाकू पूरी तरह बैन।

  • मीटिंग में अधिकारी एक-दूसरे से कम से कम 6 फीट की दूरी पर बैठेंगे।

  • लिफ्ट में क्षमता के हिसाब से दो या चार लोग ही जाएंगे।