अरविंद सिंह तोमर
सबसे पहले बल्लभ भवन ने उजागर किया मामला
मजिस्ट्रियल जांच के आदेश
सिंगरौली स्थित रिलायंस ग्रुप द्वारा संचालित एस डैम के अचानक टूट जाने के बाद दो लोगों की मौत एवं अन्य 5 लोगों के लापता होने के मामले को लेकर सिंगरौली कलेक्टर केवीएस चौधरी ने रिलायंस पावर प्लांट के खिलाफ मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं।ज्ञात हो कि कल दोपहर उपरोक्त मामला बल्लभ भवन वेबसाइट द्वारा सर्वप्रथम प्रकाशित किया गया था।
हजारों एकड़ जमीन बर्बाद, 5 अभी भी लापता
उपरोक्त मामले में प्राप्त जानकारी के अनुसार इस मामले में जो मलवा एवं जहरीली राख डैम टूटने के बाद किसानी जमीन पर फैला उसके चलते लगभग हजारों एकड़ जमीन बंजर होने की कगार पर पहुंच गई है वहीं दूसरी ओर खड़ी हुई मौसमी फसलों को भारी नुकसान हुआ है।इस मामले में कल दो लोगों की मौत हो चुकी थी और वर्तमान में कलेक्टर सिंगरौली के अनुसार 5 लापता लोगों का सुराग अभी तक नहीं लग पाया है।इसके साथ साथ सैकड़ों पशु एवं जानवर इस मलबे के कारण प्रभावित ही नहीं हुए बरन मौतों के साथ-साथ मलबे में जानवरों के दबे होने की जानकारी भी सामने आ रही है।
लापरवाही के चलते हुआ हादसा।
उपरोक्त मामले में प्राप्त जानकारी के अनुसार यह घटना रिलायंस पावर प्लांट के परियोजना से जुड़े अधिकारियों की लापरवाही के चलते हुआ उपरोक्त मामले में जिला प्रशासन द्वारा समय-समय पर क्रम से 2019 से लेकर 2020 तक पांच पत्र चेतावनी के संबंध में जारी किए गए थे परंतु रिलायंस पावर प्लांट के लोगों ने इस मामले से कोई सबक नहीं लेते हुए लगातार लापरवाही बरती।इस मामले में 5 से अधिक लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका बताई जा रही है जिनकी खोजबीन के लिए एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर मौजूद है एवं राहत के साथ-साथ बचाव कार्य भी किया जा रहा है।
भाजपा कांग्रेस के रसूखदार रिलायंस
संपूर्ण मामले में रिलायंस पावर प्लांट के निर्माण के विषय में जानकारी जो प्राप्त हुई है उसके अनुसार इस पावर प्लांट के निर्माण में विशेष रूप से प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का व्यक्तिगत रूप से प्रारंभ से ही रुचि रही है, लोगों के अनुसार इस पावर प्लांट में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का भी कुछ प्रतिशत शेयर की बात भी की जा रही है।
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता जो प्रदेश का नेतृत्व संभालते हैं उनके अतिरिक्त राष्ट्रीय नेतृत्व के नेताओं का भी रिलायंस पावर लिमिटेड से संबंध छिपा नहीं है कुल मिलाकर दोनों ही पार्टियों के नेताओं की रिलायंस ग्रुप से जुड़ा को कोई भी अस्वीकार नहीं कर सकता। घटना के बाद दोनों ही पार्टियों के बड़े नेताओं ने एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाना शुरू कर दिए हैं परंतु घटनास्थल पर इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी किसी भी पार्टी का नेता आज दिनांक तक नहीं पहुंचा।
मुआवजे सहित मुकदमे की मांग।
कल रिलायंस पावर प्लांट में हुई इस बड़ी घटना के बाद जहां एक तरफ दो लोगों की मौत हो चुकी है और 5 लोगों से अधिक आज भी गायब है संभावना बताई जा रही है कि उनका जिंदा रहना लगभग नामुमकिन है हालांकि एनडीआरएफ एवं अन्य बचाव दल इस बात को अप्रत्यक्ष रूप से स्वीकार भी कर रहे हैं, परंतु प्रशासनिक स्तर पर इस मामले की घोषणा अभी तक नहीं की जा सकती है वहीं दूसरी ओर स्थानीय निवासी एवं भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हुए सिंगरौली के नेता अब रिलायंस ग्रुप के विरुद्ध एवं मैनेजमेंट से जुड़े हुए लोगों के खिलाफ हत्या के मुकदमे की मांग को लेकर एक ज्ञापन पत्र पुलिस प्रशासन को सौंप चुके हैं,वहीं दूसरी ओर कलेक्टर सिंगरौली ने बताया कि इस मामले में दोषी लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए रिलायंस परियोजना द्वारा वयस्क मृतकों को 1000000 एवं बच्चों के परिजनों को 500000 का मुआवजा देने की घोषणा की गई है, एवं उत्तराधिकारी को नौकरी एवं आश्रित को जीवन निर्वाह भत्ता दिए जाने का भी इस ग्रुप में लिखित में वादा किया है।