3 दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव ।
भोपाल की मस्जिदों से लगा संक्रमण ।
मध्य प्रदेश के प्रशासनिक इतिहास में संभवत ऐसा पहली बार हुआ है ,की मध्य प्रदेश शासन के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने खुलकर ना केवल जमात इयों को आरोपित किया वरन खुलकर कहा की जमाती बंधुओं के कारण मध्य प्रदेश की पुलिस के समक्ष आज संकट आया है , आज मध्य प्रदेश पुलिस के 3 दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी भोपाल में पॉजिटिव है और संक्रमित होते हुए उनके परिवार भी खतरे में है । ईश्वर की कृपा से सभी ठीक हो जाएंगे , परंतु जिम्मेदार तो जमाती ही है ।
ऐशबाग और जहांगीराबाद क्षेत्र में तैनात पुलिस शिकार
भोपाल जोन के एडीजी उपेंद्र जैन ने दावा किया है कि भोपाल के पुलिस कर्मचारियों में कोरोनावायरस का इन्फेक्शन मरकज मस्जिद निजामुद्दीन से आए तबलीगी जमात के लोगों के कारण आया है। टीवी न्यूज़ चैनल NEWS18 से चर्चा करते हुए एडीशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस श्री उपेंद्र जैन ने बताया कि सबसे पहले ऐशबाग और जहांगीराबाद क्षेत्र में तैनात पुलिस कर्मचारी कोरोना वायरस के इंफेक्शन का शिकार होना शुरू हुए। शुरुआत में इन इलाकों में इंफेक्शन नहीं था परंतु तबलीगी जमात के लोगों के बाद इन क्षेत्रों में इंफेक्शन के मामले सामने आना शुरू हुए।एडीजी उपेंद्र जैन के मुताबिक पुलिसकर्मी थाने गए, घर गए, स्टाफ से मिले, परिजनों से मिले, साथी पुलिस कर्मियों से मिले। इस तरह से पुलिस और परिजनों में कोरोना की लम्बी चैन बनी। उन्होंने कहा कि एनालिसिस करने पर जमातियों से कोरोना फैलने का पता चला है। शहर में 32 विदेशी और देशी जमातों की जांच पड़ताल की गई थी।
29 पुलिसकर्मी और उनके 22 परिवार कोरोना से इन्फेक्टेड
राजधानी भोपाल के कुल आठ थाने कोरोना से संक्रमित हैं। यहां के पुलिसकर्मी पॉजिटिव निकले हैं। उपेंद्र जैन ने बताया कि हमारे 29 पुलिसकर्मी और उनके 22 परिवार कोरोना से इन्फेक्टेड पाए गए हैं। पहली बात यह उभर कर आई कि कई मस्जिदों में जमात ठहरी हुई थी, जिसमें विदेशी और स्वदेशी दोनों थे। जब दिल्ली मरकज में पूरी घटना हुई निजामुद्दीन मरकज के बारे में और जानकारी मिली कि यहां भी कई जमाती है, जो कि वहां के मरकज से होकर भोपाल आए हैं और उनके बारे में जानकारी एकत्रित की जानी थी।