ईश्वर ने भी गुनाहगारों को नहीं बख्शा । इंदौर पुलिस टीम पर हमलावर  - कोरोना पॉजिटिव

   


कहते हैं कि ईश्वर के यहां देर है अंधेर नहीं, इंदौर मैं कोरोनावायरस की जांच के लिए गए पुलिसकर्मियों पर हमला करने वाले, जिन्हें बाद में गिरफ्तार कर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की कार्रवाई की गई , उनमें से तीन लोगों को कोरोनावायरस की पुष्टि हुई है 


पुलिस की टीम पर किया था हमला


जानकारी के अनुसार इन सभी आरोपियों को क्वॉरेंटाइन सेंटर सतना में रखा गया है, इंदौर पुलिस इन्हें गिरफ्तार कर सतना जेल ले गई थी।मध्य प्रदेश के सतना और जबलपुर से जिन तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, वह कोरोना (Coronavirus) पॉजिटिव निकले. इन लोगों ने इंदौर स्थित कंटेनमेंट जोन में पुलिस की टीम पर हमला किया था. तीनों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई की गई है. इनकी गिरफ्तारी के बाद जिला प्रशासन सतर्क हो गया है. बीते शुक्रवार इनमें से दो लोगों को सतना जेल और एक को जबलपुर जेल भेजा गया. इस मामले के सामने आने से पहले तक सतना में कोरोना का एक भी केस नहीं था. जबलपुर में अभी तक कोरोना के 9 मामले सामने आ चुके हैं.


8 पुलिसकर्मियों को क्वारंटाइन करने के आदेश


मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा मामले अभी तक इंदौर से सामने आए हैं. यहां 311 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं. सतना के जिलाधिकारी अजय कातेसारी ने गिरफ्तार आरोपियों के कोरोना संक्रमित होने के बारे में बताया, 'हमें इंदौर से पहले जानकारी नहीं मिली थी. जब वह जेल पहुंचने ही वाले थे, तब प्रशासन ने मुझे बताया और फिर हमने उन्हें (कोरोना पॉजिटिव आरोपियों) आइसोलेशन सेल में रखा. हमें जानकारी मिली कि जिस शख्स को जबलपुर में पकड़ा गया है, वह भी कोरोना संक्रमित है. अन्य लोगों की जांच रिपोर्ट रविवार को मिली और उसमें भी वह कोरोना पॉजिटिव पाए गए.'आरोपियों के संपर्क में आने वाले कुछ लोगों को क्वारंटाइन किया गया है और कुछ को घर पर रहने को कहा गया है. इनमें से 9 लोग सतना जेल से जुड़े हैं. एक चाय बेचने वाले शख्स को भी क्वारंटाइन किया गया है, क्योंकि इंदौर पुलिस जब आरोपियों को सतना जेल लेकर आ रही थी, तो वह लोग चाय पीने के लिए उसके पास रुके थे. इंदौर जिला प्रशासन ने उन 8 पुलिसकर्मियों को क्वारंटाइन करने के आदेश दिए हैं, जो इन लोगों को जेल तक लेकर गए थे. इससे पहले जबलपुर जेल के सुप्रीटेंडेंट गोपाल तमराकर ने इस बात पर गौर किया था कि जिन लोगों को इंदौर से लाया गया है, उनमें कोरोना के लक्षण दिख रहे हैं.


आइसोलेशन वार्ड में भिजवाया गया.


जेलर ने फैसला किया कि उन्हें जेल में नहीं रखा जाएगा, जिसके बाद उन्हें एक अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भिजवाया गया. बता दें कि गिरफ्त में आए लोगों ने बीते 7 अप्रैल को इंदौर के चंदन नगर में पुलिस टीम पर हमला किया था. आरोपियों को उसी दिन गिरफ्तार कर लिया गया था और उनके खिलाफ NSA के तहत कार्रवाई की गई.