हे ईश्वर, अब और ऐसी तस्वीर न दिखाना |


विगत 24 घंटे के अंतराल में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा था जिसमें कोरोनावायरस संक्रमण के चलते एक युवक की मौत के बाद उसके अंतिम संस्कार के लिए उसके परिजनों को दूर रखा जाने के कारण अंतिम संस्कार  ड्यूटी में लगे कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा है, विगत 24 घंटे के अंतराल में इस वीडियो के असली और नकली होने के सोशल मीडिया की जद्दोजहद में जब हकीकत सामने आई तो लोगों की रूह कांप गई, यह दुर्भाग्य शाली तस्वीर मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले से आई, 
मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस से मौत के बाद अंतिम संस्कार कोरो ना योद्धाओं द्वारा किए जाने पर कई लोगों ने सवाल भी कड़ी की है परंतु इसके पीछे की हकीकत यह थी की मृत्यु के पश्चात जिसकी मृत्यु हुई थी उसी के परिजनों ने प्रशासन के कहने पर अंतिम संस्कार में जाना अस्वीकार कर दिया था, इस तरह की तस्वीरें ईश्वर ना करें अब और देखने को मिले, बेहद दुखद एवं सबक सीखने वाली तस्वीरों को देखते हुए समाज के कई वरिष्ठ लोगों ने इस वीडियो की सत्यता को तो स्वीकार कर लिया परंतु इस वीडियो से सबक लेने की अभी आवश्यकता है 
वाणिज्य कर विभाग में पदस्थ थे मृतक
भारतवर्ष में विशेष रूप से सनातन और संस्कार की परंपराओं के अनुसार अंतिम संस्कार में परिवार का ना होना और कंधे देने वाला भी ना मिलना ,अपने आप में दुर्भाग्य का क्षण था , परंतु इस महामारी ने यह परिस्थिति भी पैदा कर दी, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोरोनावायरस पॉजिटिव मृतक इंदौर में वाणिज्य कर विभाग में पदस्थ थे, उनकी शनिवार को सुबह ही मौत हुई है, मरीज के पिता भी कोरोनावायरस पाए गए हैं जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है जानकारी के अनुसार दोनों के संपर्क में आने वाले लगभग 3 दर्जन लोगों के ब्लड सैंपल लिए जा चुके हैं एवं लगभग 100 लोगों की सूची तैयार की गई है जो मृतक अथवा उनके परिवार के लोगों से मिले थे, 
अंतिम संस्कार हेतु प्रोटोकॉल आवश्यक 
इस महामारी से हुई मौतों के बाद अंतिम संस्कार को लेकर भी केंद्र सरकार द्वारा एवं राज्य सरकार के साथ आवश्यक दिशा निर्देशों का पालन करना निश्चित किया गया है, इस मामले में प्रोटोकॉल के नियमों के अंतर्गत कोरोना से हुई मौत के चलते मृतक के शव को पॉलिथीन में पैक करना अनिवार्य है एवं उसकी बॉडी में सोडियम हाइपोक्लोराइट का लेप करने के साथ उसे बेहद सावधानी पूर्वक अंतिम संस्कार के दौर से गुजर ना होता है,
इस दौरान अंतिम संस्कार करने वाले लोगों को n95 मस्क लगाना भी अनिवार्य है , मध्य प्रदेश शासन के स्वास्थ्य विभाग ने इस प्रोटोकॉल के अंतर्गत जितनी भी आवश्यक सामग्रियां हैं उनकी व्यवस्था जिला स्तर पर की है,