इंसानियत के फरिश्ते


मां की हुई मौत, डॉक्टर ने कहा ड्यूटी करूंगा, उसके बाद अंतिम संस्कार 
विश्व स्तर पर फैली इस महामारी कोरोनावायरस के इंसानियत के दूत के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभा रहे डॉक्टरों के किस्से एवं उनसे जुड़ी हुई सच्ची कहानियां हमें नतमस्तक करने पर मजबूर करती हैं, 
24 घंटे के अंतराल में ऐसा ही एक मामला रायसेन जिले की देवरी तहसील के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर की के सिलावट की मां से जुड़ा हुआ सामने आया, बुधवार दोपहर उनके पास घर से भाई का फोन आया कि उनकी मां का देहांत हो गया है तो डॉक्टर साहब असमंजस में पड़ गए और उन्होंने अपने भाई और परिजन से चर्चा करते हुए कहा कि मां का सब 3:00 बजे तक आएगा परंतु मेरी ड्यूटी रात तक रहेगी।
इसलिए मेरा आना असंभव है क्योंकि इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर के रूप में वह अकेले ही है।
सुबह होगा अंतिम संस्कार, 
डॉक्टर के के सिलावट के अनुसार उनकी मां गिरजा बाई बुधवार को भोपाल के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान स्वर्ग सिधार गई, क्योंकि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रायसेन जिले के देवरी तहसील में आता है और वहां पर उनके अलावा कोई नहीं, इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रतिदिन 50 से 100 लोग बीमारियों के इलाज के लिए लगातार आ रहे हैं और कोरोनावायरस के कारण यह भीड़ बढ़ती जा रही है।
इसलिए यही आवश्यक है कि मैं अपनी मां का अंतिम संस्कार सुबह करूं।
रायसेन जिले के जिला प्रशासन ने डॉक्टर की  इस मानवीय पहल का तहे दिल से स्वागत किया है।