भोपाल । कोरोना वायरस संक्रमण के चलते केंद्र सरकार की ओर से स्कूल शिक्षा विभाग एवं राज्य शासन को विशेष निर्देश जारी किए गए हैं, इन निर्देशों के पालन में राज्य सरकारों ने संबंधित विषय में आदेश आज जारी कर दिए हैं ।
केंद्र सरकार द्वारा जारी निर्देश के क्रम में अब स्कूल 7 जून तक नहीं खुलेंगे, अर्थात जैसे ही लॉक डाउन समाप्त होगा, वैसे ही सरकारी एवं प्राइवेट स्कूलों की छुट्टी अर्थात ग्रीष्मकालीन अवकाश, प्रारंभ हो जाएगा। और यह ग्रीष्मकालीन अवकाश फिलहाल 7 जून तक चलेगा।
प्राइवेट ,सरकारी एवं केंद्रीय विद्यालय नहीं लेंगे फीस ।
केंद्र सरकार द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार जो निर्देश मध्यप्रदेश शासन एवं हिंदुस्तान के समस्त राज्य सरकार को जारी किए गए हैं , उस क्रम में मध्य प्रदेश सरकार ने भी आदेश जारी कर दिए हैं, एवं एक-दो दिन के अंतराल में संपूर्ण भारतवर्ष में सभी राज्य सरकारें इस संबंध में निर्देश जारी कर देंगे । निर्देशों के क्रम में अब संपूर्ण भारतवर्ष में प्राइवेट सरकारी एवं केंद्रीय विद्यालय लॉक डाउन के दौरान एवं महामारी की स्थिति में अब किसी भी तरह की कोई भी फीस नहीं लेंगे। उपरोक्त फीस जो ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान प्राइवेट विद्यालय ले लेते हैं , उन पर विशेष रूप से केंद्र सरकार द्वारा गाइडलाइन जारी की गई है ।
आगे भी बढ़ सकती है , स्कूलों की छुट्टी ।
वर्तमान कोरोनावायरस संक्रमण की स्थितियों को देखते हुए, लगभग तय माना जा रहा है कि 3 तारीख के बाद अर्थात 3 मई के बाद, विशेष रूप से मध्यप्रदेश में मध्य प्रदेश सरकार भोपाल , इंदौर एवं उज्जैन में लॉक डाउन को समाप्त नहीं करेगी ।अगर यही स्थिति रही तो लोग डाउन लगभग 15 दिन और बढ़ जाएगा , ऐसी स्थिति में मध्य प्रदेश में स्कूल विशेष रुप से प्राइवेट एवं सरकारी स्कूल जो 7 जून को खोलने के आदेश फिलहाल जारी किए गए हैं, आदेश और भी आगे बढ़ने की परिस्थितियां निर्मित हो सकती हैं ।
हालात देख कर लेंगे फैसला -- पालक संघ ।
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा 7 जून तक स्कूल ग्रीष्मकालीन अवकाश के अंतर्गत खोलने के विषय में जारी आदेश पर मध्य प्रदेश के पालक संघ अर्थात बच्चों के अभिभावकों की तरफ से बल्लभ भवन समाचार पत्र से चर्चा में उन्होंने कहा की वर्तमान की स्थितियां देखते हुए यह पालक संघ तय करेगा, की जून में क्या स्थिति क्या रहेगी ? अगर स्थितियां सकारात्मक रही तो प्रदेश सरकार भी शुभचिंतक रहेगी और हम भी बेफिक्र रहेंगे .. परंतु स्थितियां प्रतिकूल रही तो हम इस आदेश का पालन नहीं करेंगे ।