कहीं संकट ना बन जाए प्रशासनिक ड्यूटी। कल से खुलेंगे प्रशासनिक कार्यालय ।

               सभी प्रमुख सचिव, सचिव के साथ एक उप सचिव और एक पीए पहुंचेंगे दफ्तर


                                           


मध्य प्रदेश में विशेष रूप से भोपाल एवं इंदौर अंतर्गत  संक्रमण भले ही राहत देने वाला है ,परंतु आज भी भोपाल रेड जोन में ही स्थापित है, और इसे इस जॉन से बाहर निकलने में लगभग 1 महीने से अधिक समय लग सकता है, भोपाल के 75 प्रतिशत इलाके पूरी तरह सील है, एवं बाजार पूरी तरह बंद है ।


कोरोना संक्रमण अपनी लगभग पूरी गति में हल्का सा विराम देते हुए थम सा गया है । प्रतिदिन संक्रमण कम प्रतिशत में ही भले आगे बढ़ रहा है और मौत रुक भी नहीं रही, वहीं दूसरी और मध्य प्रदेश शासन के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने कल सोमवार से प्रशासनिक कार्यालय खोलने का आदेश जारी कर दिया है । स्थिति बेहद चिंतनीय है , प्रशासनिक काम संचालन करने की रणनीति भले ही कुछ भी क्यों ना हो , परंतु प्रशासनिक कार्यकाल के दौरान सावधानी रखना इतना आसान नहीं है ।


कल से खुलेंगे मंत्रालय, विंध्यांचल ।


मध्य प्रदेश शासन के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा करते हुए कहा है कि मध्य प्रदेश सरकार द्वारा 20 अप्रैल से मंत्रालय अर्थात बल्लभ भवन के दरवाजे खुल जायेंगे , हालांकि यह दरवाजे बंद नहीं हुए थे वरन आंशिक रूप से संचालित प्रशासन अपना रोज कार्य मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एवं मुख्यमंत्री के समक्ष लगातार कार्य कर रहा था, परंतु मंत्रालय को अब धीरे-धीरे मूल स्वरूप के कार्य में लाने की तैयारी प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा की गई है , विगत 1 माह से अधिक समय के दौरान प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान मंत्रालय में पहुंचकर मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस के साथ एवं अन्य विभागों के प्रमुख सचिव के साथ लगातार बैठक कर रहे थे, परंतु इस दौरान उपस्थिति लगभग ना के बराबर थी , परंतु कल सोमवार से यह उपस्थिति लगभग 30% बढ़ाने की चर्चा की जा रही है, वहीं दूसरी और अन्य अधिकारियों की कमी को पूरा करने के लिए ऑनलाइन सिस्टम को वैधता प्रदान कर दी गई है । अब सोचने वाली बात है कि अगर किसी भी तरह का सोशल डिस्टेंसिंग प्रशासनिक कार्यकाल के दौरान प्रभावित होता है तो इसका असर आने वाले लंबे समय तक संक्रमण के रूप में देखने को मिलेगा , पूर्व मुख्य सचिव स्तर के अधिकारी इस मामले में बताते हैं कि मुख्यमंत्री का निर्णय भले ही कुछ भी हो परंतु अभी ऐसा समय नहीं है कि सामूहिक रूप से मंत्रालय में बैठकर अथवा विंध्याचल भवन में बैठकर कार्य संचालन किए जाए।


तकनीकी एवं व्यक्तिगत रूप से सोशल डिस्टेंसिंग रहेगी असफल ।


मध्यप्रदेश शासन द्वारा जब मंत्रालय एवं विंध्याचल भवन अथवा सतपुड़ा भवन को प्रशासनिक कार्यों हेतु प्रारंभ किया जाता है, तो इसे बड़े खतरे के रूप में भी लिया जाना चाहिए , क्योंकि प्रशासनिक कार्यकाल के दौरान तकनीकी रूप से इतना तो स्पष्ट है कि सोशल डिस्टेंसिंग का भले ही कितना भी पालन करने का प्रयास किया जाए परंतु तकनीकी रूप से उपकरणों की उपलब्धता एवं उनका उपयोग निश्चित रूप से संक्रमण फैलाने में कारगर सिद्ध होता रहा है, ऐसी स्थिति में अगर कोई संक्रमित व्यक्ति प्रशासनिक कार्य की इस चैन में शामिल होता है तो संक्रमण बहुत तेजी से फैलेनी की स्थिति सामने आ सकती है, वहीं दूसरी और प्रशासनिक कार्यकाल के दौरान रोजमर्रा के कार्य एवं अधिकारियों की इस टेबल से उस टेबल फाइल पहुंचाने की शैली एवं आदेश की परंपराएं, सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ सावधानी पर भी ग्रहण लगाने की स्थितियां बताती हैं , अर्थात चाहे कितनी सावधानी रखनी जाए परंतु प्रशासनिक कार्यकाल के दौरान संपर्क होना स्वाभाविक है ।


33 फीसदी ही वर्क फोर्स


 हालांकि मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने सचिवालय में ई-फाइल सिस्टम लागू कर दिया है जो तत्कालीन मुख्य सचिव बीपी सिंह और एसआर मोहंती के समय बंद था। सचिवालय (मंत्रालय) में उप सचिव तक तो व्यवस्था बन रही है। इसके साथ ही निदेशालय (डायरेक्टरेट भवन सतपुड़ा और विंध्याचल) के साथ वे दफ्तर भी शामिल हैं जो अलग बने हैं। यहां आयुक्त, संचालक, अपर संचालक, संयुक्त संचालक तक लोगों को बुलाया जा सकता है। उप व सहायक संचालक को जरूरत के मुताबिक बुलाया जाएगा। भारत सरकार की 15 अप्रैल को जारी गाइड लाइन में साफ कर दिया गया है कि सिर्फ 33 फीसदी ही वर्क फोर्स दफ्तर में होना चाहिए। इसी के मद्देनजर प्लानिंग की जा रही है। 


ऑफिस, जो खुल सकते हैं


मंत्रालय के सभी विभागों के प्रमुख सचिव-सचिव आएंगे। निदेशालय में फाॅरेस्ट, ट्रेजरी, पंजीयन, उद्योग, मंडी बोर्ड, सहकारिता, जिला प्रशासन, पुलिस, होमगार्ड, सिविल डिफेंस, फायर एंड इमरजेंसी सर्विस, आपदा प्रबंधन, जेल और म्यूनिसिपल सर्विस बिना किसी प्रतिबंध के काम करेंगे।इन सभी सेवाएं में लगे लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन करना होगा। सहकारी बैंकों और एनबीएफसी को भी प्रारंभ किया जा सकता है। फॉरेस्ट ऑफिस - चिड़ियाघर, नर्सरी, वाइल्डलाइफ, फायर फाइटिंग इन फॉरेस्ट, वाटरिंग प्लांटेशन को स्टॉफ और वर्कर ऑपरेट और मेंटेन करें। इनको आने-जाने की छूट है।