कोरोना का कहर , मुख्य सचिव सहित एक दर्जन अधिकारी क्वॉरेंटाइन

प्रदेश में प्रशासनिक संकट का दौर


मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस के संदिग्धों की संख्या जैसे-जैसे बढ़ती जा रही है वैसे ही जैसे पॉजिटिव मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है,
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार कोरोना वायरस मरीजों की संख्या मध्यप्रदेश में लगभग 200 तक हो चली है, वहीं दूसरी ओर इस बीमारी से 12 लोगों की मौत हो चुकी है , 
एक तरफ  जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री कोरोनावायरस से लड़ने के लिए लगातार सड़कों से लेकर प्रशासनिक अमले के बीच पहुंचकर सक्रिय बने हुए हैं वहीं दूसरी ओर कोरोना वायरस की दहशत कम होने का नाम नहीं ले रही, मध्य प्रदेश के लिए अब एक सबसे बड़ा संकट पैदा हो गया है क्योंकि प्रदेश में लगभग 1 दर्जन से अधिक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी जिसमें मुख्य सचिव भी शामिल है संक्रमण के खतरे को देखते हुए अपने आपको क्वॉरेंटाइन कर चुके हैं, स्थिति में मध्य प्रदेश शासन के बीच एक अजीब सा संकट पैदा हो गया है क्योंकि एक तरफ मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल का गठन नहीं हुआ है वहीं दूसरी ओर आधे से अधिक प्रशासनिक मशीनरी अगर घर बैठ जाती है तो उस स्थिति में प्रशासनिक कार्यक्रम भी प्रभावित होने की संभावना जताई जाती है , 



1 दर्जन से अधिक वरिष्ठ अधिकारी क्वॉरेंटाइन 


मध्यप्रदेश में अब 1 दर्जन से अधिक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी क्वॉरेंटाइन हो चुके हैं जानकारी के अनुसार प्रदेश के नवनियुक्त मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को इस संक्रमण के संकेत मिले थे जिसके चलते वह अपने आपको क्वॉरेंटाइन में पहुंचा चुके हैं, वहीं दूसरी ओर विगत 48 घंटे के अंतराल में जब से प्रदेश के 2 आईएएस की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है तब से अन्य वरिष्ठ अधिकारियों में दहशत का माहौल हो गया है, ज्ञात हो कि डायरेक्टर है डॉक्टर विजय कुमार के बाद प्रमुख सचिव स्वास्थ्य डॉ पल्लवी जैन गोविल और अपर संचालक स्वास्थ्य डॉ वीणा सिन्हा की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है, 



दहशत के बीच जिम्मेदारी का फर्ज
मध्यप्रदेश शासन में लगभग 1 दर्जन से अधिक वरिष्ठ अधिकारियों के अवकाश में जाने के बाद अब राज्य शासन के लिए प्रशासनिक मशीनरी चलाना बेहद कठिन हो गया है इस स्थिति में रणनीति के साथ कई समकक्ष अफसरों की रोटी संबंधित विभागों मैं लगा दी गई है, अर्थात अब मध्यप्रदेश में प्रशासनिक अधिकारियों की बी टीम काम कर रही है जानकारी एवं सूत्रों की मानें तो इस मीटिंग में राजेश राजौरा नितेश ब्यास मोहम्मद सुलेमान उमाकांत उमराव दीपाली रस्तोगी दीपिका ओझा बी चंद्रशेखर  मनोज गोविल मनु श्रीवास्तव अशोक वर्णवाल एस राजू इलैयाराजा संदीप यादव विवेक पोरवाल सहित अन्य कई वरिष्ठ अधिकारी बी टीम के रूप में काम कर रहे हैं, 



मुस्तैदी के साथ लगा है प्रशासन, 
प्रशासनिक अधिकारी जिस दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ कार्य कर रहे हैं उसको देखते हुए इतना कह देना स्पष्ट होगा कि जिस तरह प्रदेश के मुख्यमंत्री दिन-रात कोरोनावायरस संक्रमण से लड़ने के लिए रणनीति के तहत काम कर रहे हैं उसी क्रम में मध्य प्रदेश की प्रशासनिक मशीनरी पूरी ताकत से लगी हुई है , 
जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश के सभी जिलों में जिला कलेक्टर सहित पुलिस अधीक्षक अपने प्रशासनिक अमले के साथ भरपूर तरीके से रणनीति के अंतर्गत स्वयं बचाते हुए जनहित में कार्य कर रहे हैं उसको देखते हुए इतना कह देना उचित होगा कि आने वाला समय निश्चित रूप से बेहतर होगा और इतिहास में मध्य प्रदेश के इन अधिकारियों की भूमिका को हमेशा सराहा जाएगा , अब देखना यह है कि मध्य प्रदेश की जनता लोक डाउन के दौरान अपनी ओर से इन प्रशासनिक अधिकारियों का कितना सहयोग करती है