मोदी मंत्र । रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने हेतु कलेक्टर ने बांटा आयुर्वेदिक काढ़ा ।

 



ग्वालियर ,  देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश के नाम दूसरे उद्बोधन के दौरान जब आयुष विभाग के संबंध में चर्चा की गई तो अधिकांश लोगों को समझ में नहीं आया कि ,किस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इशारा कर रहे हैं , परंतु कुछ समय बाद जब लोगों को जानकारी प्राप्त हुई, कि शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने एवं बरकरार रखने के लिए आयुर्वेद से जुड़ी हुई एवं घरेलू जड़ी बूटियों आदि का लगातार सेवन करना है ।तभी से संपूर्ण भारतवर्ष में मोदी मंत्र के नाम से आयुर्वेद अर्थात आयुष को सम्मान दिया जाने लगा । कई आयुर्वेदिक अधिकारी इस संबंध में स्पष्ट बताते हैं कि शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बरकरार रखने के लिए कई तरह की औषधियां एवं घरेलू प्रयोग आवश्यक है . और धीरे-धीरे लोगों को समझ में आने लगा कि अब योग एवं आयुर्वेद के माध्यम से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सकता है । इस प्रयोग को सार्वजनिक करने हेतु अब मध्य प्रदेश शासन के कई अधिकारी एवं कर्मचारी खुलकर सामने आ रहे हैं और आयुष विभाग की मदद लेते हुए लोगों के बीच में संदेश दिया जा रहा है ,की अधिक से अधिक आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों एवं अन्य दवाइयों का प्रयोग किया जाए ।


विगत 7  दिनों के अंदर मध्य प्रदेश के कई जिला स्तर पर पदस्थ अधिकारियों ने अपने अधीनस्थ कर्मचारियों एवं अधिकारियों को इस बाबत संदेश देने का प्रयास किया है । एक ऐसा ही संदेश आज शिवपुरी जिले में टीएल मीटिंग के दौरान शिवपुरी की कलेक्टर अनुग्रह पी द्वारा अपने अधिकारियों को भी दिया गया।


अधिकारी कर्मचारियों को कलेक्टर द्वारा वितरित की गई,  आयुर्वेदिक औषधि ।


आज जिला शिवपुरी कलेक्टर कार्यालय में टी एल मीटिंग के दौरान आयुर्वेद विभाग द्वारा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने आयुर्वेद औषधि त्रिकटु काढ़ा, संशमनी वटी का वितरण किया गया साथ ही त्रिकटु चूर्ण का काढ़ा बनाकर सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को पिलाया गया।
इस दौरान कलेक्टर महोदया द्वारा सभी लोगों को आयुष विभाग द्वारा दिये जा रहे निर्देशों को मानकर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर कोरोना से बचाब के उपायों का पालन करने को कहा।
इस दौरान जिला आयुष अधिकारी डॉ आर के पचौरी, कोरोना के नोडल अधिकारी डॉ अनिल वर्मा उपस्थित थे। साथ ही डॉ धर्मेन्द्र दीक्षित डॉ अभिषेक तोमर एवम विभाग के अन्य कर्मचारियों ने भी सहयोग किया।
पंचकर्म विशेषज्ञ डॉ अनिल वर्मा ने औषधि सेवन का विस्तार से वर्णन किया और अणु तैल नस्य का महत्व एवं प्रक्रिया को समझाकर कोरोना से बचाब में इसके महत्व को समझाया।