नहीं खुलेगा मंत्रालय , विंध्यांचल । पूर्व आदेश निलंबित । खबर पर नजर ।

       


 


                      बल्लभ भवन समाचार पत्र ने किया था सचेत ।  प्रकाशित रिपोर्ट पर कार्रवाई ।


भोपाल । शनिवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश में प्रशासनिक कार्य संचालन हेतु यह कहा था कि भोपाल में प्रशासनिक कार्य मैं किसी तरह की रुकावट ना आने के लिए सोमवार से मंत्रालय एवं विंध्यांचल सहित सतपुड़ा भवन को 35% कर्मचारियों एवं अधिकारियों के साथ एक बार फिर से प्रारंभ किया जाएगा , इस मामले में आदेश अंतर्गत स्पष्ट किया गया था कि संबंधित विभागों में विभाग के प्रमुख सचिव सहित उनके अधीनस्थ स्टाफ एवं अन्य 35% स्टाफ को कार्य संचालन हेतु शामिल किए जाएं ।


बल्लभ भवन समाचार पत्र द्वारा  रिपोर्ट प्रकाशित की गई


इस मामले में बल्लभ भवन समाचार पत्र द्वारा रविवार को एक रिपोर्ट प्रकाशित की गई जिसमें बल्लभ भवन अर्थात मंत्रालय से जुड़े हुए अधिकारी कर्मचारियों की चिंता के विषय में एवं कोरोनावायरस बढ़ते हुए संक्रमण के खतरे को देखते हुए आगाह किया गया था ,एवं बारीक से बारीक जानकारी सोशल डिस्टेंस  को लेकर प्रकाशित की गई थी । इस मामले में कई वरिष्ठ अधिकारियों ने बल्लभ भवन समाचार पत्र के प्रतिनिधि से चर्चा करते हुए कहा था कि प्रतिकूल परिस्थिति में 35% कर्मचारियों अथवा अधिकारियों की उपस्थिति खतरनाक हो सकती है । रविवार को जब यह रिपोर्ट प्रकाशित हुई ,तो इस पर कार्रवाई के विषय में मुख्यमंत्री निवास कार्यालय एवं वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया गया एवं यह खबर भेज दी गई , देर रात को प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अपने आदेश में संशोधन करते हुए आज स्पष्ट किया कि अब मध्य प्रदेश के मंत्रालय विंध्यांचल सहित सतपुड़ा भवन मैं पूर्व स्थिति रहेंगी, अर्थात 35% स्टाफ को नहीं बुलाया जाएगा । 


जरूरी विभागों में अफसर आ रहे हैं, वे ही आएंगे।


 सोमवार से शासकीय कामकाज बढ़ाने और एक तिहाई अधिकारियों को दफ्तर बुलाने की व्यवस्था के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साफ कर दिया कि वल्लभ भवन (मंत्रालय) और निदेशालय (सतपुड़ा और विंध्याचल भवन) में अभी ढील नहीं मिलेगी। पूर्व की तरह जिन जरूरी विभागों में अफसर आ रहे हैं, वे ही आएंगे। बाकी घर से ही काम करेंगे। जिन अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव को लगता है कि किसी प्रथम या द्वितीय श्रेणी कर्मचारी को बुलाना है तो यह आदेश मौखिक होगा।शासन स्तर पर मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने सभी अधिकारियों से इस संबंध में बात की।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साफ किया कि वल्लभ भवन (मंत्रालय) और निदेशालय (सतपुड़ा और विंध्याचल भवन) में ढील नहीं मिलेगी ,अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव को लगता है कि किसी प्रथम या द्वितीय श्रेणी कर्मचारी को बुलाना है तो यह आदेश मौखिक होगा ।