भोपाल । पिछले 1 महीने से अधिक लगातार जनसेवा में ड्यूटी देने वाले इंदौर जैसे शहर विशेष रूप से जुनी इंदौर में डॉक्टरों के साथ लगातार ड्यूटी करते रहे टीआई जूनी इंदौर देवेंद्र चंद्रवंशी कि कल रात कोरोनावायरस संक्रमण के दौरान गंभीर स्थिति के चलते मौत हो गई , जानकारी के अनुसार पिछले 15 दिन पहले उनकी जब जांच की गई थी तो उन्हें कोरोनावायरस पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई थी।
जानकारी के अनुसार जुनी इंदौर क्षेत्र में सबसे अधिक कोरोनावायरस संक्रमित लोगों की जानकारी होने के बाद वहां के लोगों को बाहर निकालना एवं इलाज की व्यवस्था मैं लगे रहने के कारण, चंद्रवंशी खुद का इलाज भी समय पर नहीं करा पाए एवं लगातार ड्यूटी करते रहे , जब पता लगा कि उन्हें कोरोनावायरस पॉजिटिव है तो अरविंदो अस्पताल इंदौर में भर्ती हुए जहां पर उनका लगातार इलाज चल रहा था , जानकारी के अनुसार उन्हें संक्रमण के अतिरिक्त निमोनिया भी हो गया था ।
अंततः आज देर रात को उनकी मौत हो गई ।
मुख्यमंत्री सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने दिए शोक संदेश ।
टीआई जूनी इंदौर देवेंद्र चंद्रवंशी की मौत के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित वरिष्ठ भाजपा के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं इंदौर के भाजपा के राष्ट्रीय नेता कैलाश विजयवर्गीय सहित रमेश मेंदोला एवं प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा के साथ साथ कई राष्ट्रीय एवं प्रदेश के भाजपा एवं कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए नेताओं ने टीआई चंद्रेश रघुवंशी की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने टीआई चंद्रेश रघुवंशी की मौत को एक कोरोना फाइटर की शहादत बताया ।
स्वस्थ हुए , घर लौटने लगे संक्रमित ।
राजधानी भोपाल में शनिवार को एक साथ 30 मरीज कोरोना से जंग जीतकर घर लौटे। 28 मरीज चिरायु अस्पताल और 2 बंसल अस्पताल में भर्ती थे। आईएएस अफसर स्वास्थ्य पल्लवी जैन गोविल और हेल्थ कॉर्पोरेशन के एमडी जे. विजयकुमार को भी अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। जब इतने मरीजों की घर वापसी का मौका आया तो अस्पताल ने इसे उत्सव की तरह मनाया। डॉक्टर्स व ठीक हुए लोगों पर फूल बरसाए। चिरायु अस्पताल के डायरेक्टर अजय गोयनका के अनुसार 10 दिन में 170 और मरीज बीमारी से मुक्त हो सकते हैं। भोपाल में 33 मरीज स्वस्थ्य होकर घर जा चुके हैं।
45 मरीज क्वारैंटाइन सेंटर से वापस घर पहुंचे
इंदौर में शनिवार को आई रिपोर्ट में महज 9 नए मरीज मिले, जो बीते 6 दिन में सबसे कम है। इससे पहले 12 अप्रैल को 8 मरीज आए थे। इसके साथ ही शहर में कुल मरीजों की संख्या 891 हो गई है। हालांकि इसको लेकर कुछ पेंच हैं। दरअसल, शुक्रवार को 50 नए मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने इंदौर में मरीजों की कुल संख्या 892 बताई थी। शनिवार को इसे घटाकर 881 कर दिया। बाद में सीएमएचओ ने स्पष्टीकरण दिया कि शुक्रवार को जो 50 की सूची आई थी, उसमें 11 मरीज दूसरे जिलों के थे, इसलिए उन्हें हटा दिया।
मुख्यमंत्री ने कोरोना वायरस के विरुद्ध इंदौरवासियों की एकजुटता और साहस की सराहना की।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना वायरस के विरुद्ध इंदौरवासियों की एकजुटता और साहस की सराहना की है। इंदौर कर्तव्यनिष्ठ, परिश्रमी, देशभक्त जागरूक नागरिकों का शहर है तथा 3-3 बार स्वच्छ भारत सर्वेक्षण में नंबर-वन आया है। कोरोना संकट के इस दौर में सरकार इस लड़ाई में पूरी तरह इंदौर की जनता के साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शासन-प्रशासन आपके सहयोग से कोरोना के विरुद्ध इस लड़ाई में प्राणपण से शामिल है। चौहान ने कहा कि हमने इंदौर में कोरोना की जड़ों पर प्रहार किया है। हमने आई.आई.टी.टी. (आईडेंटिफाई, आइसोलेट, टेस्टिंग एण्ड ट्रीटमेंट) की रणनीति पर चलते हुए सबसे पहले इंदौर में गहन सर्वे कर रोग की पहचान की, फिर आइसोलेशन किया। उसके बाद व्यापक पैमाने पर टेस्टिंग कर कोरोना संक्रमित एक-एक व्यक्ति को ढूंढ कर उसके इलाज का कार्य किया।
कितने संक्रमित, कितनी मौत, कितने ठीक हुए ?
- 1403 संक्रमित: इंदौर में 891, भोपाल में 213, खरगौन में 47, खंडवा में 32, बड़वानी में 26, धार में 24, होशंगाबाद-उज्जैन में 23-23, देवास में 20, जबलपुर में 16, विदिशा-रतलाम-मुरैना में 13-13, मंदसौर में 9, रायसेन में 7, शाजापुर में 6, आगर मालवा-अलीराजपुर-श्योपुर में 5-5, छिंदवाड़ा-शिवपुरी-बैतूल-ग्वालियर-सागर में 2-2, टीकमगढ़-रागगढ़ में 1-1 संक्रमित हैं।
- 70 की मौत: इंदौर 48, भोपाल 7, उज्जैन 6, देवास 5, खरगोन 4, छिंदवाड़ा में एक मौत हुई।
- 129 मरीज ठीक हुए: इंदौर 71, मुरैना 7, जबलपुर और उज्जैन 5-5, भोपाल 33, ग्वालियर में 2, खरगोन में 4 और शिवपुरी में 2 मरीज की इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी हो गई है।