नेत्रहीन महिला से हैवानियत का आरोपी । नशे की लत ने अय्याश चोर और हैवान बना दिया ।

                  


                                        दुष्कर्म और हैवानियत के 90% आरोपी नशेड़ी ।


                      पीड़िता आज भी सदमे और मानसिक रोग से तड़प रही है , आरोपी को आवाज से पहचाना ।


भोपाल  । लॉक डाउन के दौरान भोपाल के बीचों-बीच शाहपुरा स्थित एक आवासीय बिल्डिंग में रहने वाली नेत्रहीन बैंक कर्मचारी के साथ बलात्कार करते हुए, मारपीट एवं चोरी के साथ-साथ मोबाइल ले जाने वाले अपराधी को विगत दिनों गिरफ्तार कर लिया गया , उपरोक्त इलाके के समीप ही रहने वाला झुग्गी बस्ती निवासी साहू लाल जिसकी उम्र लगभग 25 वर्ष बताई जाती है , उसे उसी की बस्ती से जहां पर कोरोनावायरस संक्रमण बुरी तरह से पहन चुका है,  पुलिस ने बेहद सावधानी के साथ गिरफ्तार किया , आरोपी पर भोपाल पुलिस द्वारा 20,000  का इनाम घोषित किया गया था । 


संगीन अपराधों का आरोपी, क्रूर एवं नशेड़ी ।


पुलिस द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी साहू लाल बेहद शातिर बदमाश एवं लगभग 10 वर्ष की उम्र से नशा कर रहा है , मानसिक रूप से बेहद क्रूर एवं अय्याशी का शौकीन, साहू लाल शातिर होने के साथ-साथ माना हुआ चोर भी है , आरोपी पर पहले से ही कई मुकदमे गंभीर अपराध से जुड़े हुए चल रहे हैं ।जानकारी के अनुसार अपराधी से जुड़े हुए उसके आसपास रहने वाले भी कई लोग जिनकी उम्र 25 वर्ष के अंदर अंदर है वह भी नशे के कारोबार से जुड़े हुए हैं एवं स्वयं भी नशेड़ी है , पुलिस का मानना है कि जो नशा अपराधी करता है उसके चलते क्रूरता स्वता ही उसके चरित्र में दिखाई देती है । समाज में अब बेहद जागृत एवं सचेत रहने की आवश्यकता है । अपराधी के उसके मोहल्ले में होने की जब जानकारी प्राप्त हुई थी तो घटना इतनी व्यक्ति की पुलिस स्टाफ ने अपनी जान की परवाह न करते हुए संक्रमित को रोना बस्ती में घुसकर अपराधी को पकड़ा ।


प्रताड़ित महिला जिंदा रहना नहीं चाहती ।


एक ऐसी महिला जो स्वयं आंखों से देख नहीं सकती नेत्रहीन है, और उसकी योग्यता देखें तो सरकारी बैंक में आज बैंक मैनेजर के पद पर आसीन हो, वही उसकी मजबूरी देखी जाए तो कुदरत ने उसके साथ इतना बड़ा अन्याय किया कि वह अपराधी से मुकाबला भी कर नहीं सकती थी , 16 अप्रैल को हुई घटना ने भोपाल पुलिस ही नहीं पूरे भोपाल को हिला कर रख दिया , आरोपी शातिर अपराधी था गिरफ्तारी के बाद जब उसे पीड़ित महिला के समक्ष पेश किया गया तो उसे महिला ने आवाज से पहचान लिया , एक पल को सारा मंजर महिला की आंखों के सामने आ गया और उसने चिल्लाते हुए कहा कि इसे मेरे हवाले कर दो यही है आरोपी । मैं इसकी आंखें निकालना चाहती हूं , जानकारी के अनुसार महिला की आज भी मानसिक स्थिति बेहद खराब है और भावनात्मक रूप से इतनी ज्यादा टूट चुकी है कि उसने कई बार स्वयं को घायल कर लिया , एवं कई बार आत्महत्या की कोशिश भी कर चुकी है ।


सावधान रहने की आवश्यकता ।


शहरी क्षेत्रों में नशे के आदि युवा जिस मानसिक विकृति के दौर से गुजर रहे हैं उसके चलते सामाजिक स्तर पर महिलाओं की सुरक्षा एक बहुत बड़ी चुनौती के रूप में सामने आई है । राष्ट्रीय स्तर पर किए गए पुलिस के एक सर्वे ने स्पष्ट किया है कि 90% से अधिक क्रूर बलात्कार एवं अन्य अपराध अधिकांशत झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले नशे के आदी लोगों द्वारा किया जा रहा है , समाज में ऐसे लोगों की जानकारी बेहद मुश्किल से मिलती है ऐसी स्थिति में सामाजिक रूप से ना केवल सचेत रहने की आवश्यकता है वरन  सतर्कता भी बेहद आवश्यक हो गई है । इस तरह के लोगों को जो शक्ल से ही पहचाने जा सकते हैं,  इन्हें आसानी के साथ अरे वासी क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर देना करने देना चाहिए ।