पं. अशोक दुबे की रिपोर्ट,
मध्यप्रदेश में एक बार फिर से प्रभारी सचिव के रूप में एक साथ 5 से 7 जिलों की जिम्मेदारी अब प्रदेश के प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारियों के पास होगी, हालांकि यह कोई नया विषय नहीं है भारतीय जनता पार्टी सरकार में इस तरह का कार्य दो बार किया गया, वहीं दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह जी के कार्यकाल में प्रभारी सचिव की नियुक्ती आईएएस अफसरों के रूप में की जाती रही है, परंतु इस बार स्थितियां कुछ और है, कोरोनावायरस संक्रमण के चलते मध्यप्रदेश एकमात्र भारत का ऐसा राज्य है जहां लोकतांत्रिक व्यवस्था अंतर्गत प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अतिरिक्त कैबिनेट ही नहीं है, कोई भी कैबिनेट मंत्री ना होने के कारण और कोरोनावायरस जैसी महामारी के चलते प्रदेश के मुख्यमंत्री अपने स्तर पर सूझबूझ से काम लेते हुए प्रशासन को संचालित कर रहे हैं , प्रशासनिक सूझबूझ एवं दक्षता का उदाहरण देते हुए उन्होंने हाल ही में मध्यप्रदेश में 10 से अधिक प्रमुख सचिव के स्तर के अधिकारियों को 5 से 7 जिलों की प्रति व्यक्ति कमान सौंपी है ।
कोरोनावायरस के चलते प्रभार