रिलायंस अफसर एसी में, शासन लाशें ढूंढ रहा है ।
लापता चारों लोगों का कोई सुराग नहीं मिला 

 


 

सिंगरौली में रिलायंस पावर मामले में चार ग्रामीण आज तक लापता

: इस देश में उद्योगपतियों द्वारा किसी भी स्तर की गलती हो जाए परंतु उस गलती की सजा आधा दर्जन लोगों की मौत होने के बाद भी मात्र शो कॉज नोटिस के अलावा कुछ नहीं हो सकती, वहीं दूसरी ओर अगर कोई छोटा उद्योग अथवा आम आदमी होता तो निश्चित रूप से मुकदमा कायम होने के साथ-साथ जेल में बैठा होता। ऐसा ही संवेदनशील मामला मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले अंतर्गत रिलायंस पावर प्लांट के द्वारा संचालित किए गए एस डैम के फूट जाने के बाद 2 लोगों की घटनास्थल पर मौत होना एवं मलबे में बह गए 4 ग्रामीणों का 4 दिन होने के बाद भी पता ना लग पाना , ऐसी घटना के बाद क्या रिलायंस पावर लिमिटेड के अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की आवश्यकता नहीं है !

: रिलायंस अफसर एसी में, प्रशासन मलबे मैं लाशें ढूंढ रहा है

: शुक्रवार को दोपहर को ही इस घटना के बाद घटनास्थल पर जहां 2 लोगों की मौत हो चुकी थी वहीं दूसरी ओर चार ग्रामीण डैम से निकले तेज मलबे के बहाव में बह गए थे, जिनकी तलाश सोमवार को देर शाम तक जारी रही परंतु उनकी कोई जानकारी 4 दिन घटना के होने के बाद भी नहीं मिल सकी ।रविवार को घटना का तीसरा दिन था और काफी बड़े क्षेत्र में फैला डैम से निकला मलबा काफी हद तक सूख भी गया था। ऐसे में जिला प्रशासन ने सुबह करीब 6 बजे से ही रेस्क्यू टीमों को सर्चिंग के लिए उतार दिया था। दूसरी ओर कलेक्टर सिंगरौली ने सासन पावर लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एके सिंह को शोकॉज नोटिस देते हुए तीन दिन में अपना पक्ष रखने कहा है। कलेक्टर ने मजिस्ट्रियल जांच का जिम्मा अपर जिला मजिस्ट्रेट को सौंपा है।

300 लोगों की कुल 9 संयुक्त टीमें

रेस्क्यू टीमों में 2 टीमें बनारस से आए एनडीआरएफ के 30 सदस्यीय दल की बनाई गई थी, जबकि इसके अलावा प्रशासन, पुलिस व अन्य लोगों समेत कुल करीब 300 लोगों की कुल 9 संयुक्त टीमें भी बनाई गई थी। जिन्हें मुख्य घटना स्थल ग्राम सिद्धिकला में क्षतिग्रस्त डैम व उसके आसपास के एरिया से लेकर डैम के मलबे से पटे गोहबैइया नाला के दोनों तरफ के एरिया की जिम्मेदारी सौंपी गई। ये सभी टीमें अपने दायरे के 2-3 किलोमीटर तक के किनारे के क्षेत्र व बीच के क्षेत्र में अलग-अलग तरीकों से लापता लोगों की खोजबीन करते रहे। खोजबीन के लिए लंबे-लंबे बांस को मलबे से पटे नाले के बीच व किनारे में डाल-डालकर टटोला गया, लेकिन किसी भी टीम के हाथ लापता लोगों का कोई सुराग नहीं लगा। इधर, कलेक्टर  केवीएस चौधरी का कहना है कि सर्चिंग जारी है।  अभी तक लापता चारों लोगों का कोई सुराग नहीं मिला है।