भोपाल । मध्य प्रदेश सहित भारत वर्ष एवं विश्व स्तर पर डब्ल्यूएचओ से लेकर हर स्वास्थ्य संगठनों ने यह स्वीकारोक्ति की है कि शरीर में कोरोनावायरस संक्रमण से निपटने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता का मजबूत होना बेहद आवश्यक है । शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बने एवं उसमें बीमारियों से लड़ने की क्षमता पैदा हो , इसका बेहतर विकल्प आयुर्वेद में ही संभव है । इसकी स्वीकारोक्ति देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित विश्व स्तर के नेताओं ने भी की है , इसी क्रम में मध्य प्रदेश शासन भी आयुर्वेद से जुड़े हुए जड़ी-बूटी युक्त एक पैकेट जिसमें रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली जड़ी बूटियां एवं आयुर्वेदिक औषधियां रहेंगी , इसे एक करोड़ से अधिक लोगों को मध्य प्रदेश भर में निशुल्क बांटने जा रही है । इस योजना का शुभारंभ आज प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया । इसे अमृत योजना का रूप दिया गया है ।
आयुष विभाग द्वारा काढ़ा के पैकेट को निशुल्क वितरित किया जाएगा ।
मध्य प्रदेश शासन के आयुष विभाग द्वारा इस पैकेट को पूरे मध्यप्रदेश ग्रामीण एवं शहरी स्तर पर वितरित किए जाएगा । पैकेट का वजन 50 ग्राम होगा ।
प्रदेश में एक करोड़ परिवारों तक काढ़े के पैकेट को वितरण करने की योजना है, काढ़ा मध्य प्रदेश लघु वनोपज संघ द्वारा बनाया जा रहा है ।यह काढ़ा शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करेगा ,इससे ना केवल कोरोनाना बल्कि सर्दी जुकाम खांसी आदि में भी लाभप्रद होगा ।
इसके कोई भी दुष्प्रभाव नहीं है ।
संभवतः देश की पहली योजना जहां सरकार काढ़ा बाटकर लोगो की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का काम कर रही है । निश्चित रूप से इस प्रयास में मध्यप्रदेश शासन को सफलता प्राप्त होगी , क्योंकि आयुर्वेदिक एवं आयुष विभाग से संबंधित विद्वान जानकार यह मानते हैं कि इंफेक्शन से संबंधित यह दवाई रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ सर्दी जुकाम खांसी एवं अन्य सामान्य बीमारियों के लिए भी अमृत साबित होगी ।