स्तरहीन राजनीति । मुख्यमंत्री को मां बहन की गालियां । कमलनाथ के आरोप । अफसरों के समर्थन में कांग्रेसी विधायक ।

                                              कांग्रेस की दिशाहीन,स्तरहीन रणनीति



                                       


भोपाल । मध्यप्रदेश में जब से कांग्रेस की सरकार गई है, तब से कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को समझ में नहीं आ रहा कि आखिर अपनी रणनीति और राजनीति को किस दिशा की ओर ले जाएं , कुल मिलाकर दिशाहीन रणनीति के कारण आज कांग्रेस की राजनीति हास्यास्पद स्थितियों में जा पहुंची है । मामला श्योपुर  से जुड़ा हुआ है , एक तरफ जहां कांग्रेस के विधायक बाबू सिंह  मारपीट के आरोपी तहसीलदार का बचाव करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मां बहन की गालियां दे रहे हैं , वहीं दूसरी ओर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ उन्हीं अफसरों को कोसते हुए मध्य प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री पर कटाक्ष कर रहे हैं . कम से कम किसी भी मुद्दे पर राजनीति करने से पहले आपसी सहमति पर तो विचार करने की आवश्यकता कांग्रेस  में  दिखाई दे रही है । 


मुख्यमंत्री को दी जमकर मां बहन की गालियां ।


शनिवार को श्योपुर जिला अंतर्गत किसान खरीदी केंद्र पर गेहूं खरीदी के दौरान एक किसान द्वारा जब जाम लगा दिया गया ,तब बलपूर्वक तहसीलदार द्वारा उसे हटाने के दौरान मारपीट का मामला गरमा गया, इसी विषय पर कल कांग्रेस के विधायक बाबू सिंह ने खरीदी केंद्र पर पहुंचकर सैकड़ों किसानों के बीच भाषण बाजी शुरू कर दी , उन्होंने वहां कांग्रेश जिस तहसीलदार को हटाने की मांग कर रही है उसी का समर्थन करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मां बहन की गालियां देना शुरू कर दी , गालियां इस स्तर तक दी गई जिनको प्रिंट मीडिया में लिखा नहीं जा सकता । उनके अनुसार मध्य प्रदेश में धोखे की सरकार है और किसानों के साथ ही धोखा हो रहा है । कांग्रेस के विधायक ने 10 मिनट से अधिक समय तक जी भर कर प्रदेश के मुख्यमंत्री को  गालियों से नवाजा ।


अधिकारी को लेकर अजीबोगरीब राजनीति ।


किसानों के साथ मारपीट के आरोपी कहे जाने बाले तहसील दार की स्थिति भी बड़ी ही विचित्र दिखाई देती है , जब प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कांग्रेश के विधायक गाली दे रहे थे,तब उन्होंने दोषी तहसीलदार को निर्दोष करार दिया और इस तरह से तहसीलदार का बचाव किया जैसे मुख्यमंत्री ने स्वयं किसानों को लाठी मारी हो , वहीं दूसरी और भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय नेताओं ने इस मामले के दोषी तहसीलदार को वहां से हटाने एवं उसके विरुद्ध कार्रवाई करने के विषय में मुख्यमंत्री तक पत्र लिखा है । स्थानीय नेताओं ने विशेष रूप से भारतीय जनता पार्टी की ओर से दोषी तहसील दार शिवराज मीणा के विरुद्ध f.i.r. तक की तैयारी कर ली है ,इस संबंध में आवेदन स्थानीय पुलिस प्रशासन को भी दिए जा चुके हैं , जानकारी के अनुसार तहसीलदार शिवराज मीणा कांग्रेस समर्थक कहा जाता है । एवं कांग्रेश सरकार के दौरान तहसीलदार द्वारा जमकर कांग्रेसी विधायक एवं अन्य कांग्रेसियों का समर्थन किया था ।


कांग्रेस विधायक का समर्थन, कमलनाथ का विरोध ।


मध्य प्रदेश में कांग्रेसी रणनीति दिशा हीनता के उस दौर में पहुंच चुकी है जहां पर कुछ भी स्पष्ट दिखाई एवं समझ में नहीं आ रहा । श्योपुर मैं किसानों के साथ हुई मारपीट के मामले में देर रात को कमलनाथ ने इसे किसानों का दमन बताते हुए शिवराज सिंह पर कटाक्ष किया, एवं दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग की । वहीं दूसरी ओर 7 घंटे पूर्व सार्वजनिक रूप से कांग्रेस के विधायक बाबू सिंह ने दोषी अधिकारी को बचाने की बात की । एवं तहसीलदार को निर्दोष बताते हुए उसको पूर्णता संरक्षण देने की चर्चा की । कमलनाथ जी ने कहा कि कांग्रेसी किसानों का दमन सहन नहीं करेंगे , वहीं कांग्रेसी स्थानीय विधायक ने कहा कि तहसीलदार ने कोई दमन नहीं किया । कुल मिलाकर कांग्रेस को समझ में नहीं आ रहा कि हम सड़क की राजनीति करें अथवा सोची समझी रणनीति के अंतर्गत राजनीति करें । कुल मिलाकर कांग्रेस की रणनीति पूर्णता दिशाहीन ही दिखाई देती है ।