पल्लवी जैन के बाद अब विजय कुमार की रिपोर्ट भी पॉजिटिव
मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस संक्रमण के मरीज दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे हैं, सबसे अधिक संक्रमित मरीजों की संख्या इंदौर के बाद अब भोपाल बताई जा रही है , प्रशासनिक सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश के 26 जिले कोरोना की चपेट में है एवं संक्रमित की संख्या 1000 से अधिक हो चुकी है , सबसे अधिक संकट का विषय यह है कि जिस स्वास्थ्य विभाग पर इस संक्रमण से निपटने की जिम्मेदारी है वहीं स्वास्थ्य विभाग इस संक्रमण की चपेट में बुरी तरह से आ चुका है एक रिपोर्ट के अनुसार स्वास्थ्य विभाग के लगभग 100 से अधिक कर्मचारी एवं पदाधिकारी इस वायरस के संक्रमण में आ चुके हैं , अर्थात प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग स्वयं इस लड़ाई से जनहित में लड़ते हुए स्वयं संक्रमण की चपेट में आ चुका है ।
पल्लवी जैन के बाद अब विजय कुमार संक्रमित ।
मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस संक्रमण का सबसे भयावह दौर इस समय इंदौर और भोपाल के लिए चिंता का विषय बना हुआ है , प्रदेश के 100 से अधिक स्वास्थ्य कर्मचारी एवं अधिकारी जहां क्वॉरेंटाइन है वही दूसरी ओर लगभग आधा दर्जन आईएएस अधिकारी भी संक्रमण की स्थितियों में क्वॉरेंटाइन अंतर्गत 15 दिनों से घरों में ही कैद है, ज्ञात हो कि मध्यप्रदेश में प्रशासनिक तंत्र का कार्य अब मध्यप्रदेश शासन की आईएएस अफसरों की बी टीम कर रही है , प्रदेश शासन की पूर्व स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव पल्लवी जैन के बाद अब 3 अप्रैल को हेल्थ कारपोरेशन के एमडी विजय कुमार की रिपोर्ट दूसरी बार पॉजिटिव आने के बाद उन्हें भोपाल के एक प्राइवेट अस्पताल में एडमिट कराया गया है ।
लगातार फैल रहा संक्रमण
फिलहाल आंकड़ा बढ़ रहा है, जिसके कारण मप्र कोरोना संक्रमण के मामले में देश के शीर्ष पांच राज्यों में शामिल हो गया है, जबकि एक सप्ताह पहले यह 9वें नंबर पर था। उस समय प्रदेश में सिर्फ 229 कोरोना के मरीज थे, 15 लोगों की संक्रमण से मौत हुई थी। गुरुवार तक मरीजों की संख्या बढ़कर 1341 हो गई है। 55 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। हालांकि 64 लोग संक्रमण को परास्त कर सकुशल घर लौटे भी हैं। राहत की बात यह भी है कि प्रदेश के आधे जिले फिलहाल ग्रीन जोन में है, यानी वहां पिछले सात दिनों में कोरोना का एक भी मामला सामने नहीं आया है।