तेजतर्रार , शिव के खास । जुलानिया की प्रदेश वापसी ।

 


भोपाल । प्रशासनिक संवाददाता ।


मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी शासनकाल के दौरान विशेष रूप से शिवराज सिंह के मुख्यमंत्री रहते हुए पिछले 10 वर्षों में उनके प्रशासनिक रत्नों में गिने जाने वाले राधेश्याम जुलानिया अब मई के प्रथम सप्ताह में किसी भी दिन मध्यप्रदेश में एक बार फिर से अपनी आमद देने जा रहे हैं । प्रशासनिक महकमे में तेजतर्रार एवं राजनीति लोगों की नहीं सुनने के आदी राधेश्याम जुलानिया का नाम मध्यप्रदेश में उनके सेवाकाल से ही कभी विवादास्पद तो कभी सुर्खियों में बना रहा है । प्रशासनिक सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार 1985 बैच के राधेश्याम जुलानिया को केंद्र सरकार ने रविवार को केंद्रीय प्रति व्यक्ति से मुक्त कर दिया है ।


कलेक्टर मुरैना के रूप में सर्वाधिक चर्चित ।


अपने सेवाकाल के प्रारंभिक दौर में कलेक्टर मुरैना के रूप में सर्वाधिक चर्चित राधेश्याम जुलानिया ने वहां अतिक्रमण विरोधी अभियान के अंतर्गत जमकर नेताओं की परवाह ना करते हुए ना केवल अतिक्रमण ही तोड़ा बरन उन्होंने मुरैना में माने हुए नेताओं को सबक सिखाया था । उनका मुरैना कलेक्टर के रूप में कार्यकाल हमेशा विवादास्पद एवं सुर्खियों में इसलिए बना रहा कि उन्होंने जिस ताकत के साथ मुरैना के माफिया छाप नेताओं को सबक सिखाया उससे प्रदेश भर में उनकी तारीफ हुई थी ।


जल संसाधन में रहे 7 वर्ष ।


मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल के दौरान मध्यप्रदेश में राधेश्याम जुलानिया लगातार 7 वर्षों तक जल संसाधन विभाग में प्रमुख सचिव के पद पर रहे , इस विभाग में भी उनकी कार्यशैली एवं सक्रियता के चलते इस विभाग के कई अधिकारी एवं कर्मचारी उनके खिलाफ हो गए थे । परंतु प्रशासनिक सूत्र बताते हैं कि उनकी कार्यशैली के कारण ही विभाग की खोई हुई मर्यादा एवं इज्जत वापस आई । इसके अलावा सिंचाई विभाग में उनके द्वारा किए गए कार्यों की आज भी प्रशंसा की जाती है ।


मुख्य सचिव से सीनियर ,2021 में होंगे रिटायर ।


प्रदेश के वर्तमान मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस से सीनियर राधेश्याम जुलानिया वर्ष 2021 में रिटायर होंगे , अब देखना यह है कि राधेश्याम जुलानिया को मध्यप्रदेश में किस पद पर बिठाया जाता है , क्योंकि जुलानिया प्रदेश के मुख्य सचिव से सीनियर हैं ।वही दूसरी और मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार अगले 2 महीने के अंतराल में मध्य प्रदेश के दो अतिरिक्त मुख्य सचिव स्तर के दो अधिकारी प्रभांशु कमल एवं पीसी मीणा रिटायर हो जाएंगे , एवंं दो प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारी दिल्ली जा चुके है ,  ऐसी स्थिति में मध्ययप्रदेश में प्रमुख सचिव एवंं अतिरिक्त मुख्य सचिव  स्तर के सीनियर अधिकारियों की कमी हो जाएगी ।