विश्व में दो लाख के लगभग कोरोना से मौत ।
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार इस हालात में 30 से ज्यादा देशों के लगभग 30 करोड़ लोग भुखमरी की कगार पर होंगे। इन देशों में भुखमरी के साथ साथ हुई मौतों को लेकर ऐसी स्थिति पैदा होगी जिसकी मानव जाति कल्पना भी नहीं कर सकती।
कोरोनावायरस से सबसे अधिक प्रताड़ित संक्रमित एवं भयावह स्थिति में पहुंचा अमेरिका एक तरफ जहां चीन को इस मामले का दोषी बता रहा है ,वहीं दूसरी ओर अमेरिका के राज्य मिसौरी ने चीन पर किस कर दिया है । परंतु आज सबसे अधिक गंभीर चिंता का विषय तब सामने आया जब संयुक्त राष्ट्र ने वर्तमान स्थिति को देखते हुए खुलकर ऐलान किया कि बढ़ती हुई मौतों की संख्या के बाद आने वाले समय में अकाल की स्थितियां विश्व स्तर पर पैदा होंगी। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार इस हालात में 30 से ज्यादा देशों के लगभग 30 करोड़ लोग भुखमरी की कगार पर होंगे। इन देशों में भुखमरी के साथ साथ हुई मौतों को लेकर ऐसी स्थिति पैदा होगी जिसकी मानव जाति कल्पना भी नहीं कर सकती।
इसके अलावा विश्व स्तर पर स्वास्थ्य पर रखने वाली एक संस्था सीडीसी के अनुसार करुणा की दूसरी लहर सबसे अधिक विनाशकारी रूप लेगी । संभवत आने वाले मौसमी मिजाज के हिसाब से यह एक बार फिर से महामारी के रूप में जन्म लेगी । तब की हालात और आज के हालात में 10 गुना तक अंतर हो सकता है।
दुनिया के कई देशों में अकाल पड़ने का खतरा ।
कोरोनावायरस से दुनिया में अब तक 25 लाख 56 हजार 725 संक्रमित हो चुके हैं। एक लाख 77 हजार 618 की मौत हो चुकी है, जबकि छह लाख 90 हजार 329 ठीक हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि महामारी की वजह से दुनिया के कई देशों में अकाल पड़ने का खतरा है। विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) के प्रमुख डेविड बेस्ले ने कहा कि विकासशील देशों के 30 से ज्यादा देशों में व्यापक अकाल को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए। इस संकट की वजह से लगभग 26.5 करोड़ लोग भुखमरी की कगार पर होंगे। डब्ल्यूएफपी का कहना है कि संघर्ष, आर्थिक संकट और जलवायु परिवर्तन से प्रभावित 10 देशों में सबसे ज्यादा खतरा है। उधर, अमेरिकी राज्य मिसौरी ने कोरोना को लेकर चीन पर सिविल केस दर्ज किया है। राष्ट्रपति ट्रम्प भी इसके लिए लगातार चीन पर हमला कर रहे हैं।
हमारे पास ज्यादा वक्त नहीं है ।
फूड क्राइसिस की चौथी वार्षिक वैश्विक रिपोर्ट में यमन, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, अफगानिस्तान, वेनेजुएला, इथियोपिया, दक्षिण सूडान, सूडान, सीरिया, नाइजीरिया और हैती को शामिल किया गया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल दक्षिण सूडान में 61% आबादी खाद्य संकट से प्रभावित थी। महामारी से पहले से पूर्वी अफ्रीका और दक्षिण एशिया के कुछ हिस्सों में पहले से ही सूखे के कारण गंभीर खाद्य संकट था। एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को संबोधित करते हुए बेस्ले ने कहा कि दुनिया को बुद्धिमानी से और तेजी से काम करना होगा। सच्चाई यह है कि हमारे पास ज्यादा वक्त नहीं है, कुछ महीनों में ही हमारे सामने अकाल जैसी समस्या होगीहमारे पास ज्यादा वक्त नहीं है
दूसरी लहर ज्यादा विनाशकारी होगी।
वॉशिंगटन पोस्ट के मुताबिक, फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के डायरेक्टर रॉबर्ट रेडफिल्ड ने मंगलवार को चेतावनी दी कि कोरोना की दूसरी लहर ज्यादा विनाशकारी होगी। क्योंकि हम फ्लू की महामारी और कोरोना दोनों से एक ही वक्त पर जूझ रहे होंगे। उन्होंने कहा कि इस बात की पूरी संभावना है कि अगली सर्दियों में हम फिर से इस महामारी की चपेट में होंगे।