भोपाल । प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले 24 घंटे में मजदूरों से रेल किराया लेने की राजनीति एवं कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा मजदूरों को कांग्रेश द्वारा किराया देने का ऐलान के बाद प्रदेश में आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति शाम होते-होते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बयान तक पहुंच गई । प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा 60 हजार से ज्यादा श्रमिकों को हम सा सम्मान घर पहुंचा चुके हैं । कोटा से छात्रों को सरकारी खर्च में प्रदेश के कोने-कोने पहुंचा चुके हैं ,अब कांग्रेस को राजनीति करने का ख्याल आया है ।
मैं देर करता नहीं देर हो जाती है । सोनिया राहुल पर कटाक्ष ।
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए लिखा स्वर्गीय ऋषि कपूर की एक फिल्म का गाना मुझे याद आता है जिसमें गाने के बोल हैं मैं देर करता नहीं देर हो जाती है । कांग्रेस के नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर यह गाना सटीक बैठता है । मुख्यमंत्री के अनुसार कांग्रेश श्रमिकों की आवाजाही का खर्च वहन करेगी जबकि हम 7000 से ज्यादा श्रमिकों को सम्मान के साथ उनके घरों पर और उनके राज्यों में पहुंचा चुके हैं । प्रदेश का हर नागरिक सच्चाई को जानता है और दिखा भी की राजनीति के कारण ही कांग्रेस की राष्ट्रीय स्तर तक यह हालत हो गई है ।
सुबह से कांग्रेसी आक्रामक , कमलनाथ ने निंदा की ।
आज सुबह से ही राष्ट्रीय स्तर की मीडिया तक यह मामला सुर्खियों में बना रहा कि मजदूरों से विशेष ट्रेन अंतर्गत रेलवे किराया वसूल कर रहा है , जानकारी के अनुसार दो दिवस पूर्व भोपाल से एक ट्रेन मजदूरों को लेकर गंतव्य की ओर रवाना हुई तब तक किराए के मामले में लिखित आदेश रेलवे को प्राप्त नहीं हुए थे इस स्थिति में रेलवे द्वारा कुछ मजदूरों से किराया ले लिया गया । इस मामले को जब एक इलेक्ट्रॉनिक चैनल ने राष्ट्रीय स्तर पर उठाया तो दोपहर को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तुरंत प्रभाव से आदेश जारी करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश सरकार मजदूरों का किराया बहन करेगी और उन्हें टिकट अपनी ओर से देगी । कब तक कांग्रेस की ओर से सुबह-सुबह सोनिया गांधी ने इस मामले पर ऐलान कर दिया था कि कांग्रेस की ओर से मजदूरों को किराया देकर अर्थात टिकट देकर उनके गांव तक भेजा जाए , जैसे ही यह घोषणा सोनिया गांधी द्वारा की गई वैसे ही भारतीय जनता पार्टी की सरकार है एक्टिव हो गई और उन्होंने दोपहर तक इस मामले पर आरोप-प्रत्यारोप जारी रखते हुए लिखित में आदेश सरकार द्वारा जारी कर दिए गए कि मजदूरों का टिकट खर्चा एवं आने-जाने का समस्त खर्चा भोजन सहित राज्य सरकारें उठा रही हैं ।