भोपाल कार्यालय । आज सुबह ग्वालियर में इंदरगंज स्थित एक पेंट की दुकान में ऊपर रह रहे परिवार के 7 लोगों की मौत के बाद एक तरफ जहां गमगीन माहौल है वहीं दूसरी तरफ कई प्रश्न सामने खड़े हुए हैं । मासूम बच्चियों एवं महिलाओं की मौत के बाद ग्वालियर में व्यापारी संघ सहित ग्वालियर निवासियों में शोक का माहौल है । जानकारी के अनुसार आज सुबह पेंट की दुकान में आग लगने से अग्रवाल परिवार के 7 सदस्यों की आग में झुलस कर दर्दनाक मौत हुई। इस दर्दनाक हादसे के बाद प्रदेश स्तर पर एक प्रश्न सामने खड़ा हो गया है कि पेंट जैसे व्यवसाय जिसमें रासायनिक केमिकल सहित ज्वलनशील पदार्थों का प्रयोग किया जाता है, अगर यह कारोबार आवासीय घरों में नीचे संचालित हो रहा है तो मध्यप्रदेश में आने वाले समय में किसी भी दुकान के साथ एवं किसी भी व्यक्ति के साथ पारिवारिक रूप से बड़ा खतरा सामने है ।
40, हजार से अधिक व्यापारी कर रहे हैं घर में कारोबार ।
इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश के विभिन्न रहवासी क्षेत्रों में पेंट की दुकान संचालित की जाती है , रहवासी क्षेत्र में संचालित उक्त दुकानों का सर्वे किए जाए तो अधिकांश दुकानों में दुकान मालिक संबंधित दुकान के ऊपर ही निवास करते हैं। आज सुबह जो ग्वालियर में घटना हुई है उसी क्रम में पिछले 1 साल में लगभग 3 घटनाएं मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों में इसी तरह की हो चुकी है जहां पर केमिकल पेंट दुकान में आग लगने से ऊपर रह रहे लोगों की आग में झुलस कर मौत हुई। अब प्रश्न यह उठता है कि रहवासी क्षेत्र में केमिकल से जुड़े हुए पेंट की दुकान है आखिर नगर निगम की किस मंजूरी के साथ संचालित की जा रही हैं ? इस संबंध में नगर निगम के नियम के अनुसार इस तरह की दुकानों का संचालन अवैध माना जाता है परंतु मध्यप्रदेश में इस तरह की देवासी दुकान 40,000 से अधिक बताई जाती है ।
80% केमिकल युक्त पेंट का व्यापार।
मध्यप्रदेश में एक जानकारी के अनुसार पेंट से संबंधित व्यापार का कार्य 500 करोड़ रुपए प्रति वर्ष से अधिक का है। इस तरह के कारोबार में प्रदेश स्तर पर प्रति दुकान को लगभग 50 लाख से एक करोड़ से अधिक का सामान अपनी दुकान में स्टोर करना होता है। संभवत मध्य प्रदेश की ऐसी कोई भी दुकान नहीं होगी जिसमें पेंट का कारोबार लाखों में ना हो। वहीं दूसरी ओर पिछले 25 वर्षों से अधिक समय से जो भी पेंट उपयोग में लिए जा रहे हैं एवं कारोबार किया जा रहा है । सभी पेंट खतरनाक केमिकल से बनते हैं । जो अत्यधिक ज्वलनशील होने के साथ-साथ विस्फोटक भी होते हैं । जिसका जीता जागता उदाहरण आज सुबह ग्वालियर में हुई घटना में स्पष्ट दिखाई दिया आगजनी के बाद जबरदस्त तरीके से विस्फोट हुए और परिवार में 7 लोग झुलस कर मर गए । एक जानकारी के अनुसार वर्तमान में पेंट कारोबार में जिन खतरनाक केमिकल ओं का उपयोग किया जाता है उनमें से 40% केमिकल को भारत सरकार ने बैन कर रखा है परंतु विदेशी पेंट कारोबार सहित चाइना से जुड़ी हुई कई कंपनियां 40% प्रतिबंधित केमिकल का उपयोग इस पेंट के कारोबार में कर रही हैं।