गुना कार्यालय से।
कोरोनावायरस महामारी के दौरान एक तरफ जहां मजदूर एवं किसान प्राकृतिक आपदा से प्रताड़ित एवं भयानक संकट में है वहीं दूसरी ओर स्थानीय स्तर पर लगभग हर गांव में मजबूरी का फायदा उठाते हुए सूदखोर ब्याज पर पैसा देकर ₹10 प्रति सैकड़ा वसूल कर रहे हैं। इस प्रताड़ना के कारण कई किसान पहले भी आत्महत्या कर चुके हैं और यह आत्महत्याओं का दौर रुक नहीं रहा । इस मामले में आज पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई एवं विधायक लक्ष्मण सिंह ने वीडियो जारी करते हुए अपनी भावना व्यक्त की ।
सूदखोरों के खिलाफ हो कठोर कार्रवाई ।
अपने मुखर बयानों के लिए प्रसिद्ध विधायक लक्ष्मण सिंह ने वीडियो जारी करते हुए दुखी मन से कहा कि मेरे पास लगातार ऐसे प्रकरण आ रहे हैं जिसमें सूदखोरों ने 10% ब्याज पर गरीब किसानों एवं मजदूरों को पैसा बांटा और अब वसूली के लिए उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं । उनके अनुसार वह बहुत दुखी हैं इस प्रताड़ना के दोषी सूदखोरों के खिलाफ कानून के अनुसार कठोर से कठोर कार्रवाई करना चाहिए। लक्ष्मण सिंह ने कहा कि मैं शासन प्रशासन से आग्रह करता हूं कि ऐसे सूदखोरों की सूची बनाई जाए जो ब्याज पर पैसा बांटते हैं एवं जिला तहसील स्तर पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। अन्यथा इस मामले को लेकर एक बड़ा जन आंदोलन खड़ा किया जाएगा।
शहर एवं गांव में सूदखोरों का है संगठित माफिया ।
जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश के लगभग 90% से अधिक जिलों में तहसील एवं ग्रामीण स्तर तक शोषण करने वाले इन सूदखोरों का पूरा संगठन माफिया काम करता है। यह माफिया गरीब एवं मजबूर लोगों को 10% से अधिक ब्याज पर पैसा बैठता है एवं वसूली करने के लिए संबंधित गरीबों को प्रताड़ित भी करता है जिसके कारण कई आत्महत्या के प्रकरण पूर्व में आ चुके हैं और लगातार यह क्रम रुकता नहीं है। इस तरह की संगठन माफिया संपूर्ण मध्यप्रदेश में तैनात हैं जिसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की आवश्यकता है। समय-समय पर पुलिस प्रशासन द्वारा इस तरह की कार्यवाही की जाती रही है परंतु यह कार्रवाई हमेशा कमजोर ही साबित हुई है । इस मामले में विधायक लक्ष्मण सिंह द्वारा उठाया गया मामला बेहद संवेदनशील एवं सामाजिक रूप से गंभीर विषय है।