भोपाल गैस कांड की तरह विशाखापट्टनम मैं पुनरावृत्ति । सड़कों पर भागते मर रहे लोग। पीएम की आपात बैठक ।

 हजारों लोग घर छोड़कर सड़कों पर दौड़ रहे।


घरों के दरवाजे तोड़कर निकाले जा रहे है


1 दर्जन से अधिक की मौत ,हजारों भर्ती                                                                                                                                                           


                   


सुबह एक तरफ जहां कोरोनावायरस संक्रमण को लेकर दहशत के माहौल में लोग विशाखापट्टनम में घरों में कैद थे, वहीं दूसरी ओर विशाखापट्टनम की सुबह बड़ी त्रासदी लेकर आई । पॉलीमर कंपनी में हुए गैस रिसाव से अभी तक लगभग एक दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग अस्पताल में भर्ती हैं । इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जो समाचार प्राप्त हो रहे हैं उसके अनुसार लोग सड़कों पर भागते हुए दम घुटने के कारण मर रही है एवं सैकड़ों जानवर आसपास के 22 गांव में मरने की जानकारी प्राप्त हुई है । इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जो तस्वीर प्राप्त हो रही है उसको देखते हुए एक बार फिर से भोपाल की गैस त्रासदी को विशाखापट्टनम में पुनरावृति के रूप में देखा जा रहा है ,वही तस्वीरें हैं ,वही हालात हैं, और वही स्थितियां पैदा हो चुकी है । इस मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री ने अपने आवास पर आपात बैठक बुलाई है एवं मुख्यमंत्री आंध्र प्रदेश को हर तरह का सहयोग करने की बात को सामने रखा है । विशाखापट्टनम में आपातकाल से निपटने के लिए कई गांव को खाली करा लिया गया है एवं अस्पताल की व्यवस्थाएं मजबूत की गई है ।


12 लोगों की मौत,कई गांव खाली कराए 


पॉलिमर कंपनी में हुए गैस रिसाव में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है. विजाग के पुलिस कमिश्नर के मुताबिक, प्लांट में फंसे सभी लोगों को निकाल लिया गया है. पूरे इलाके को सील कर दिया गया है और कई गांव खाली कराए गए हैं. लोगों की जान बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है.शुरुआती रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि हादसा पॉली विनाइल क्लोराइड गैस (या स्टायरिन हो सकती है) के रिसाव के कारण हुआ. रिसाव की शुरुआत गोपालपट्टनम स्थित एलजी पॉलिमर आज सुबह करीब 2:30 बजे हुई. गैस के रिसाव के कारण फैक्ट्री कंपाउंड में मौजूद सैकड़ों लोग फंस गए और या तो बेहोश हो गए या सांस लेने में तकलीफ हुई.


 भयावह मंजर, सड़क पर ही गिरने लगे लोग


अब तक जहरीली गैस रिसाव की वजह से 8 लोगों की मौत हो गई है. नगर निगम प्रशासन पानी ब्लोअर के माध्यम से गैस के प्रभाव को कम करने की कोशिश कर रहा है. इसके साथ ही सार्वजनिक सेवाओं को फिलहाल रोक दिया गया है. लोगों से घरों में रहने और मास्क (पानी में गीला करने के बाद) का उपयोग करने के लिए कहा जा रहा है.इसके साथ ही गोपालपट्टनम के इलाके में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. घरों के दरवाजे तोड़कर लोग बाहर निकाले जा रहे हैं. अभी तक 150 से अधिक लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जिसमें दो दर्जन से अधिक लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है. साथ ही पांच गांवों को खाली करा लिया गया है.मौके पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन के साथ ही नेवी के जवान भी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हैं. एनडीआरएफ की स्पेशल टीम लोगों का रेस्क्यू कर रही है. एनडीआरएफ के डीजी का कहना है कि लोगों की जान को बचाना हमारी पहली प्राथमिकता है.


एसडीआरएफ की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं.


आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में गैस रिसाव का मामला बढ़ता जा रहा है. मुख्यमंत्री वाईएस जगन रेड्डी एक्शन में आ गए हैं और ताजा हालात के बारे में जानकारी ली. बताया जा रहा है कि सीएम जगन खुद विशाखापट्टनम जा रहे हैं. इसके साथ ही अधिकारियों को स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए हर संभव कदम उठाने का निर्देश दिया गया है.खबरों के मुताबिक, 2000 मीट्रिक टन रासायनिक क्षमता वाले टैंक से रिसाव हुआ था. इससे 3 हजार मीट्रिक टन की क्षमता वाला एक और टैंक जुड़ा हुआ था. रिसाव के समय करीब 2000 लोग संयंत्र के अंदर थे और करीब 2000 लोग संयंत्र के बाहर थे. मौके पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं.