भोपाल में जेसीबी से कब्रों की खुदाई । हालात के संकेत , अथवा मजबूरी के हालात । एक को छोड़ सभी कब्रिस्तान बंद ।


विशेष रिपोर्ट । भोपाल कार्यालय ।


भोपाल में संक्रमण के हालात उसी स्तर पर बढ़ते जा रहे हैं जिस स्तर पर राष्ट्रीय स्तर पर दिखाई दे रहे हैं। एक तरफ जहां मजदूरों का सड़कों पर आवागमन दिल को दहला रहा है वहीं दूसरी ओर भारतवर्ष में पिछले 15 दिन के अंतराल में 120% संक्रमण के मरीजों का ग्राफ बढ़ने के कारण राष्ट्रीय स्तर पर दहशत का वातावरण व्याप्त है ।


सुनसान राजधानी में कब्रों की जेसीबी से खुदाई ।


प्रदेश की राजधानी भोपाल की शक्ल सूरत अब दहशत में बदलती जा रही है । सबसे भयानक हालात पुरानी भोपाल में है । जहां मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और प्रशासन ने स्थानीय स्तर पर अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए इस संक्रमण को रोकने का अनवरत प्रयास किया है । एक जानकारी के अनुसार प्रदेश की राजधानी भोपाल में अब लगभग सभी कब्रिस्तान बंद कर दिए गए हैं मात्र एक कब्रिस्तान खुला हुआ है । जहांगीराबाद स्थित कब्रिस्तान में विगत 2 दिनों से लगातार देर रात को जेसीबी से खुदाई के बाद कब्रों को बनाने की जानकारी प्राप्त हुई है । प्रशासन ने भी इस मामले में पुष्टि कर दी है । इस मामले में एसडीएम सिटी जमील खान के अनुसार ज्यादा तंग कब्रिस्तान भोपाल में बंद हो चुके हैं इसलिए जहांगीराबाद कब्रिस्तान में शवों को दफनाया जाएगा इसकी तैयारी प्रशासन ने की है इसमें घबराने वाली कोई बात नहीं है । क्योंकि संक्रमण फैलने के कारण लिवर नहीं मिल रही है इसलिए मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है । अगर लीवर मिल भी जाती है तो खुदाई के लिए 2 से 3 घंटे लगते हैं । मशीनों का उपयोग करना कोई गलत बात नहीं है।


सबसे बड़ा हॉट स्पॉट जहांगीराबाद । 


राजधानी में कोराेना संक्रमण का दायरा बढ़ता जा रहा है। अब तक 900 से ज्यादा मरीज सामने आ चुके हैं। टीमें लगातार स्क्रीनिंग, सैंपलिंग और सर्वे में जुटी हैं लेकिन जहांगीराबाद और ऐशबाग जैसे कुछ हॉट स्पॉट ऐसे हैं जहां लोग स्क्रीनिंग और जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। इन इलाकों से स्वास्थ्य अमले के साथ बदसलूकी किए जाने की शिकायतें भी मिल रही हैं। 
इन हालात को देखते हुए डीआईजी इरशाद वली और नगर निगम कमिश्नर बी विजय दत्ता ने गुरुवार को जहांगीराबाद, बरखेड़ी और एेशबाग कंटेनमेंट क्षेत्रों का दौरा किया। इस दौरान निगमकर्मियों और यहां व्यवस्था में लगी मेडिकल टीम और अन्य कर्मचारियों ने बताया कि कुछ लोग स्क्रीनिंग और सैंपलिंग में सहयोग नहीं कर रहे हैं। कुछ लोग दुर्व्यवहार भी कर रहे हैं। इस पर डीआईजी और निगम कमिश्नर ने कहा कि ऐसे लोगों पर आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।


प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट बढ़कर 48 प्रतिशत 


प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट बढ़कर 48 प्रतिशत हो गया है। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीडिया से चर्चा में कही। सीएम ने कहा कि पिछले साल मनरेगा में 11 लाख मजदूरों को काम मिला था, कोरोना संकट के समय इसमें 6 लाख लोगों को जोड़ा गया है। आत्मनिर्भर भारत व आत्मनिर्भर मप्र की दिशा में निरंतर प्रयास होंगे। सीएम ने कहा कि प्रदेश में एग्रेसिव सैंपलिंग शुरू की गई है। शुरू में डेथ रेट ज्यादा था, अब हमारा रिकवरी रेट ज्यादा है। प्रदेश में बेड संख्या निरंतर बढ़ी है। जल्द ही एक लाख तक बेड तैयार हो जाएंगे। सीएम ने कहा कि दूसरे प्रदेश के श्रमिकों के लिए भी मानवीय संवेदनाओं को ध्यान में रखा गया है। लॉकडाउन-4 के संबंध में सभी के सुझाव ले रहे हैं।