भोपाल । भोपाल से 150 किलोमीटर के आसपास नरसिंहपुर जिले में मुमानी थाने के पास पाटा नामक गांव से एक ट्रक में हैदराबाद से सवार हुए उत्तर प्रदेश के लगभग 20 मजदूर रात को 3:00 बजे के आसपास आम के एक ट्रक में सवार होकर मध्यप्रदेश से उत्तर प्रदेश की ओर जा रहे थे, परंतु ट्रक पलटने से पांच लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई वहीं दूसरी और लगभग 13 मजदूर घायल बताए जा रहे हैं। गालों को जिला चिकित्सालय नरसिंहपुर में भर्ती किया गया है ,जहां उनका इलाज चल रहा है ।
आम के ट्रक में सवार थे 20 मजदूर ।
मामले में जानकारी के अनुसार हैदराबाद से चले इस ट्रक में आम भरा हुआ था एवं ट्रक उत्तर प्रदेश जा रहा था । परंतु देर रात को जब यह ट्रक नरसिंहपुर जिले की मुंह बानी थाना क्षेत्र के पाटा गांव से उतर वह निकला तो वहां पर ड्राइवर को संभवत नींद आने के झोंके कारण ट्रक अचानक पलट गया जिसमें दबकर पांच मजदूरों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।मौके पर पहुंचे कलेक्टर दीपक सक्सेना एवं गुरुकरन सिंह पुलिस अधीक्षक,, जिला अस्पताल में अपर कलेक्टर मोहन ठाकुर एवं ASP राजेश तिवारी ने मौजूद घटना के तुरंत बाद ही मौके पर पहुंच गए। गंभीर लोगों को जबलपुर रेफर किया गया है ।
औरंगाबाद जैसा एक हादसा पुणे में भी होते-होते बचा.
औरंगाबाद जैसा एक हादसा पुणे में भी होते-होते बचा. यहां पर उरुली कांचन रेलवे लाइन पर चल रहे मजदूरों की जान ट्रेन ड्राइवर की सतर्कता से बच गई.मध्य रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक पुणे जा रही मालगाड़ी के ड्राइवर को उरुली कांचन स्टेशन के पास रेल ट्रैक पर कुछ लोग चलते हुए और कुछ लोग बैठे हुए दिखाई दिए.
...तो हो सकता था औरंगाबाद जैसा हादसा
पटरी पर इन्हें देखते ही ट्रेन ड्राइवर के होश उड़ गए. उसने दूर से ही मालगाड़ी का हॉर्न बजाना शुरू किया. गनीमत ये रही कि मजदूरों ने हॉर्न पर ध्यान दिया और वे पटरी से किनारे आ गए. हालांकि मालगाड़ी के ड्राइवर ने किसी तरह का खतरा मोल नहीं लिया और मालगाड़ी का इमरजेंसी ब्रेक लगा दिया.तेज आवाज के साथ ट्रेन के पहिये पटरी से रगड़ाए और ट्रेन कुछ दूर चलने के बाद आखिरकार रुक गई. इस घटना से मजदूर तो डर ही गए थे, ट्रेन रुकने के बाद ड्राइवर की जान में जान आई. ड्राइवर ने मजदूरों को समझाया कि वे किसी भी हालत में ट्रेन की पटरी पर न चलें.
गृहमंत्री मिश्रा ने की संवेदना व्यक्त ।
संपूर्ण मामले में गृह मंत्री मध्य प्रदेश शासन नरोत्तम मिश्रा ने मजदूरों की हुई मौत एवं इस हादसे में गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि मजदूरों को धैर्य का पालन करते हुए इस तरह से नहीं आना चाहिए उनके लिए ट्रेन चलाई जा रही हैं । मध्यप्रदेश शासन मजदूरों के हित में संकल्पित है ,परंतु क्या कर सकते हैं कोई चोरी सुबह इस तरह से यात्रा करना तय कर लेता है तो हादसा कभी भी हो सकता है ।