डॉ. सुदाम खाड़े । जनसंपर्क आयुक्त । नमामि देवी नर्मदे , प्रधानमंत्री सिंचाई योजना के नाम से जुड़ा एक व्यक्तित्व ।

             


भोपाल । कोरोना वायरस संक्रमण काल के दौरान कल रात को हुए बड़े प्रशासनिक फेरबदल में लगभग 3 वर्षों से पदस्थ जनसंपर्क आयुक्त पी नरहरि के स्थान पर डॉक्टर सुदाम खाड़े  नया जनसंपर्क आयुक्त बनाया गया है । कई पत्रकार एवं राजनेता इस व्यक्तित्व से परिचित नहीं है , भोपाल कलेक्टर के रूप में जब उन्होंने कार्यभार संभाला था तब कुछ राजनीतिक एवं अन्य लोग जो उनसे मिला करते थे, तो कलेक्टर भोपाल के रूप में । परंतु कलेक्टर भोपाल रहे डॉक्टर सुदाम खाडे अपने आप में ही एक व्यक्तित्व हैं । प्रशासनिक महकमे में ही कुछ लोग जानते हैं, कि डॉक्टर सुदाम खाडे ही वह व्यक्ति हैं , जिन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की महत्वाकांक्षी योजना नमामि देवी नर्मदे का प्रोजेक्ट प्रारंभ किया । 


सुषमा स्वराज सहित शिवराज के चहेते रहे ।


राजनीतिक परिदृश्य में राजनीतिक लोगों का चहते होना , एक प्रशासनिक अधिकारी के लिए कोई बड़ी बात नहीं है , परंतु सुदाम खाडे संभवत इस प्रवृत्ति के नहीं है । आईएएस बनने से पहले एक एमबीबीएस डॉक्टर के रूप में स्नातक करने के बाद वह आईएएस में सिलेक्ट हुए । महाराष्ट्र के एक किसान परिवार में जन्मे इन कुल गांव के रहने वाले सुदाम जब सीहोर में कलेक्टर बने तब उनकी काबिलियत एवं योग्यता की जानकारी प्राप्त हुई । सीहोर कलेक्टर रहते हुए जीरो बजट पर तैयार किया गया हाथ धोने का यंत्र टिप टेप ने उन्हें मशहूर कर दिया । मेडिकल की पढ़ाई में बे टॉपर रहे एवं कबड्डी चैंपियन होने के साथ-साथ स्ट्रीट प्ले एवं थिएटर के कलाकार भी रहते हुए मराठी नाटकों में विशेष रूप से तरुण तुर्क ,म्हात्रे अर्थ के लिए उन्हें स्टेट लेवल का अवार्ड मिला था । अपने आप में अनूठा व्यक्तित्व लिए कुछ ही आईएएस मध्य प्रदेश में है, जिनका अपना स्वतंत्र व्यक्तित्व है ,एक प्रशासनिक अधिकारी से हटकर ।


नमो नर्मदे से प्रोजेक्ट बन गया नमामि देवी नर्मदे ।


प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का महत्वाकांक्षी एवं उनके व्यक्तिगत जीवन के लिए अनुकरणीय कहीं जाने वाला नमामि देवी नर्मदे प्रोजेक्ट के सूत्रधार नवागत जनसंपर्क आयुक्त डॉक्टर सुदाम खाडे ही थे । जानकारी के अनुसार उन्होंने ही नर्मदा सेवा यात्रा की प्रोजेक्ट की तैयारी की इस यात्रा का पूरा कांसेप्ट इन्होंने ही तैयार किया । जिसे बाद में नमो नर्मदे के नाम से बदलते हुए नमामि देवी नर्मदे कर दिया गया ।


सुषमा स्वराज ने प्रधानमंत्री के समक्ष की थी तारीफ।


स्वर्गीय सुषमा स्वराज विदेश मंत्री कार्यकाल के दौरान एवं जब विदिशा से सांसद हुआ करती थी, तब वह कई बार नवागत जनसंपर्क आयुक्त एवं तत्कालीन कलेक्टर सीहोर सुदाम खाडे से मिली । उनके व्यक्तित्व के बारे में उन्हें पहले से ही जानकारी मिल चुकी थी. इसलिए उनसे ऐसे कामों के विषय में चर्चा किया करती थी, जिन कामों के विषय में राष्ट्रीय स्तर पर बड़ा प्रोजेक्ट बनाने का विचार हो । इसी क्रम में 18 फरवरी 2016 को सीहोर के शेरपुर गांव में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फसल बीमा योजना का शुभारंभ करने पहुंचे तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष ही सुषमा स्वराज जी ने सीहोर कलेक्टर की तारीफ की एवं प्रधानमंत्री सिंचाई योजना के विषय में प्रधानमंत्री को विस्तृत जानकारी दी ।


चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारी में स्वागत है ।


प्रदेश में जनसंपर्क आयुक्त का पद अपने आप में एक चुनौतीपूर्ण एवं गंभीर सोच के साथ साथ व्यवहारिक पद है । भोपाल के पत्रकारिता जगत से जुड़े हुए व्यक्तित्व से रोज मुलाकात करना और टकराव को डालते हुए उनके अहम को जीवित रखना । शायद इससे बड़ी चुनौती एवं जनसंपर्क आयुक्त के पद की परिभाषा कोई नहीं हो सकती । एवं जिसने इस परिभाषा को समझ लिया वहीं जनसंपर्क आयुक्त मध्यप्रदेश में इस पद पर सफल हुआ है । चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारी में बल्लभ भवन समाचार पत्र आपका स्वागत करता है ।