कम्युनिटी स्प्रेड की ओर भोपाल । चिंताजनक हालात । मृत्यु और गंभीर स्थितियों का आंकड़ा बड़ा ।

 


भोपाल ब्रेकिंग । बल्लभ भवन समाचार पत्र ने पिछले चार दिवस पूर्व पुराने भोपाल पर जो रिपोर्ट तैयार की थी उसके अनुसार 3 दिवस पश्चात भोपाल कलेक्टर ने भोपाल के वर्तमान हालातों को देखकर इस बात का अंदेशा आज संकेतों में जता दिया है कि भोपाल में विशेष रुप से  पुराने भोपाल के कुछ इलाकों में वायरस संक्रमण की भयावह स्थिति में कम्युनिटी स्प्रेड की दस्तक दिखाई दे रही है । वहीं दूसरी ओर गंभीर स्थिति तब खड़ी हो गई जब इस इलाके में पुलिसकर्मी एवं स्वास्थ्य कर्मियों ने इलाज एवं मेडिकल चेकअप की स्थिति से स्पष्ट रूप से मना करते हुए ड्यूटी से अपने आपको अलग करने की मांग की है ।


दो दर्जन मरीजों की हालत गंभीर , आधा दर्जन वेंटिलेटर पर ।


भोपाल में संक्रमण की स्थितियों में गंभीर बीमारियों की दर लगातार बढ़ती जा रही है कल देर रात को भोपाल के कुछ अस्पतालों में भर्ती किए गए मरीजों की स्थितियां गंभीर हो गई हैं । जानकारी के अनुसार अस्पतालों में 307 पॉजिटिव मरीज मरीज भर्ती हैं जिसमें 25 गंभीर हैं जो सभी आईसीयू में हैं एवं 17 मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्ट देते हुए 2 मरीजों को वेंटिलेटर पर रखा गया है । जानकारी के अनुसार ऐसी स्थिति पिछले 2 महीने के अंतराल में किसी भी मरीजों के साथ एवं किसी भी सूरत में सामने नहीं आई। अस्पताल प्रबंधन कह रहे हैं कि कुछ मरीजों की स्थिति इसलिए बिगड़ रही है कि रमजान के चलते भूखे प्यासे होने के कारण शरीर में ताकत की कमी इस बीमारी से लड़ने की क्षमता कम कर रही है । वहीं दूसरी और संक्रमण किडनी दिल और पूरे शरीर में फैल चुका है । ऐसी स्थिति में मरीजों को बाजार जाना मुश्किल है हालांकि उनका इलाज चल रहा है ।


 चिरायु , हमीदिया में  अस्पताल  हालत गंभीर ।


डॉ. प्रभाकर तिवारी,  सीएमएचओ के मुताबिक, एम्स, हमीदिया, चिरायु में भर्ती कोरोना पॉजिटिव मरीजों में से 25 की हालत क्रिटिकल है। डॉक्टर्स मरीज की संभावित बीमारी की पहचान कर, उनका इलाज कर रहे हैं। पॉजिटिव मरीजों की संख्या अचानक नहीं बढ़ी है। हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. एके श्रीवास्तव ने बताया कि मई के पहले सप्ताह में सर्दी, खांसी की शिकायत लेकर एक युवक जांच कराने आया था। जांच में उसे 101 डिग्री बुखार , हाई ब्लड प्रेशर और किडनी में इनफेक्शन पाया गया। उसके सुआब का सैंपल लैब में भेजा गया। जांच रिपोर्ट तीन दिन बाद आई, जिसमें वह कोरोना पॉजिटिव मिला। इधर किडनी में तेजी से बढ़ रहे इनफेक्शन को नियंत्रित करने डॉक्टर्स ने उसका डायलिसिस किया। इनफेक्शन कंट्रोल होता उससे पहले ही सांस लेने में तकलीफ बढ़ गई। बाद में डॉक्टर्स ने मरीज को वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर, इलाज शुरू किया। उसकी हालत गंभीर है।


कम्युनिटी सप्रेड की दस्तक - तरुण पिथोड़े


लेक्टर तरुण पिथोड़े ने भी कहा है कि जिस तरह से शहर में कोरोना संक्रमण फैल रहा है और अभी जो हालात हैं उन्हें दस्तक कह सकते हैं। अभी स्थिति हमारे नियंत्रण में है। इधर, शहर के जहांगीराबाद, कोहेफिजा और मंगलवारा इलाके में जिस तेजी से मरीज सामने आए हैं उससे इस बात को बल भी मिलता है। हालांकि राजधानी में कम्युनिटी सप्रेड की आशंका मार्च के दूसरे सप्ताह से ही जताई जा रही थी लेकिन प्रशासन मानने को तैयार नहीं था। रविवार रात तक भोपाल में 780 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। जिस तेजी से मरीज बढ़ रहे हैं उसे देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस सप्ताह में इनकी संख्या एक हजार को पार कर जाएगी।


इतवारा, मंगलवारा और शाहजहांनाबाद इलाकों में  संक्रमण कम्युनिटी


पुराने शहर की वे सघन बस्तियां जहां मकान आपस में सटकर बने हैं। सकरी गलियां और एक ही मकान में कई परिवारों के रहने से भी संक्रमण को रोकने में कठिनाई आ रही है। सरकारी रिपोर्ट के अनुसार कोरोना संक्रमण के अधिकांश मामले चुनिंदा वार्डों में ही निकल कर सामने आ रहे हैं। शहर के 85 मेंं से 6 वार्ड रेड जोन और 6 ऑरेंज जोन में शामिल हैं। इनमें 8 मई तक सर्वाधिक 79 पॉजिटिव केस वार्ड 34 के हैं। राहत की बात यह है कि वार्ड नंबर 1, 3, 5, 27, 28, 45, 47, 49, 50, 51, 61, 64, 70, 71, 74, 76, 80, 81 और 85 समेत 20 वार्डों में पिछले एक पखवाड़े में एक भी कोरोना का मरीज नहीं मिला है।
जहांगीराबाद, मंगलवारा और कोहेफिजा में एक परिवार के 2 से लेकर 4 सदस्य तक संक्रमित हैं। शहर के 85 में से मात्र 12 वार्डों में ही संक्रमितों की संख्या सर्वाधिक है। अगर थानों के हिसाब से देखें तो सबसे ज्यादा 138 संक्रमित मरीज सिर्फ जहांगीराबाद थाना क्षेत्र में ही मिले हैं। इतवारा, मंगलवारा और शाहजहांनाबाद इलाकों में भी संक्रमण कम्युनिटी में फैल रहा है। पुराने भोपाल के सघन बसाहट वाले इलाकों में संक्रमण का फैलाव ज्यादा है। पिछले एक पखवाड़े में चुनिंदा इलाकों में कोरोना के कहर से रहवासी सिहर उठे हैं। यहां संक्रमित मरीजों की संख्या जितनी तेजी से बढ़ी है, उससे साफ पता चलता है कि कोरोना का कम्युनिटी में विस्तार हो गया है।