समुद्री तूफान के बाद अब प्रदेश में गर्म तपिश का राजस्थानी प्रकोप । 15 दिन भयानक होंगे ।


विशेष रिपोर्ट ।

 

भोपाल । पिछले तीन दिवस पूर्व कोरोना वायरस  महामारी संक्रमण के बीच समुद्री भाग में उठे तूफान ने जिस तरह पश्चिम बंगाल एवं उड़ीसा में कहर बरपा कर एक और मानव जाति पर आफत खड़ी की वहीं दूसरी ओर अब राजस्थानी हवा से चलने वाले भयानक प्रकोप से मध्य प्रदेश को अब आने वाले 15 दिनों तक जूझना होगा । कुल मिलाकर महामारी के काल में मानव सभ्यता के समक्ष खड़ी हुई परेशानियां खत्म होने का नाम नहीं ले रही ।

 

राजस्थानी गर्म हवाओं का 15 दिन रहेगा प्रकोप।

 

मध्य प्रदेश मैं सामान्यता तापमान 45 डिग्री के पार चला जाता है परंतु वर्तमान प्राकृतिक प्रकोप के चलते हुए इस तापमान के इससे भी अधिक बढ़ने के आसार दिखाई दे रहे हैं । इसका कारण है राजस्थानी हवाओं का मध्य प्रदेश की ओर पिछले 24 घंटे में तेजी से आना। इन राजस्थानी गर्म हवाओं के कारण मध्यप्रदेश में पारा 45 के के पार ही नहीं पहुंचेगा वरन इसके साथ साथ मध्य प्रदेश के लोगों को भयानक तपिश के सामना के कारण गंभीर बीमारियों का खतरा भी सामने आ खड़ा हुआ है । स्वास्थ्य विशेषज्ञ बारे में बताते हैं कि जब-जब राजस्थानी हवाओं का प्रकोप मध्यप्रदेश पर पड़ा है तब-तब मध्यप्रदेश में मौसमी बीमारियों का प्रकोप भी बढ़ता गया है । वर्तमान में कोरोनावायरस महामारी के संक्रमण के अलावा इस मौसम में डेंगू मलेरिया एवं वायरल इन्फेक्शन से जुड़ी हुई कई बीमारियां एक साथ जन्म लेंगे और प्रदेश की जनता को बीमारी की सौगात देने की तैयारी में हैं ।

 

प्रदेश में आ रही गर्म पश्चिमी हवाएं ,तापमान में उछाल आया । 


राजस्थान की ओर आ रही गर्म हवाओं के प्रभाव से शुक्रवार को मध्यप्रदेश में अधिकांश स्थानों पर गर्मी ने काफी तेवर दिखाया है। गर्म हवाओं के कारण आज राज्य में 28 स्थानों पर अधिकतम तापमान 41 से लेकर 46 डिग्री सेल्सयस के बीच दर्ज किया गया। प्रदेश में सबसे अधिक तापमान नौगांव में 46 डिग्री रिकार्ड हुआ। इसी तरह खजुराहो, ग्वालियर, दमोह और खरगोन में अधिकतम तापमान 45 डिग्री और रतलाम, राजगढ़, गुना, सागर, रीवा, होशंगाबाद और जबलपुर में अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। प्रदेश में आ रही गर्म पश्चिमी हवाएं के कारण तापमान में यह उछाल आया है। भोपाल मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक उदय सरवटे ने बताया कि आज प्रदेश में राजस्थान के साथ-साथ गुजरात की ओर से गर्म हवाएं आने के कारण प्रदेश में गर्मी का तेवर बढ़ा है। इससे तापमान में उछाल आया है। ऐसे स्थिति अभी कम से कम तीन दिन तक और बना रह सकता है। गर्म हवाओं का असर उज्जैन, सागर, इंदौर और होशंगाबाद में ज्यादा रहा। उन्होंने बताया कि अगले 24 घंटों के दौरान के दौरान खरगौन, खंडवा और बुरहानपुर जिले में कहीं कहीं लू चलने की संभावना है।



घर में रहना ही अधिक सुरक्षित ।

 

राजस्थानी हवाओं के प्रकोप के चलते जो बीमारियां अब आने वाले 15 दिनों में मध्यप्रदेश में मिलेंगी , उनसे बचने का एक ही रास्ता है कि लॉक डाउन के इस स्थिति में जहां लगभग 3 महीने लोगों ने अपने घर घर में गुजारे हैं । मानसूनी बारिश आने तक अपने ही घर में रहे तो इससे अच्छा कोई विकल्प नहीं होगा । वायरस संक्रमण से जुड़े हुए मरीजों के मामले में मेडिकल विशेषज्ञों का कहना है कि विदेशी रिसर्च यह बता रहे थे कि गर्मी के काल में कोरोनावायरस संक्रमण कम हो जाएगा परंतु इसके विपरीत और अधिक बढ़ेगा । ऐसी स्थिति में गर्म हवाओं से होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए लॉक डाउन के अलावा प्रदेशवासियों के लिए कोई दूसरा रास्ता नहीं है ।